फाजिल्का (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब में सरकार के परिवर्तन के साथ ही आप के नए विधायक एक्शन (‘AAP’ MLA in Action) मोड पर आ गए हैं। फाजिल्का के विधायक नरेंद्र पाल सिंह सवना ने जहां सुबह सरकारी अस्पताल में दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। वहीं रात को सरहद के पास स्थित गांव पक्का चिश्ती में चल रही अवैध माइनिंग की सूचना पाकर पुलिस व माइनिंग अधिकारियों को साथ लेकर रेड की। इस दौरान रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्राली के साथ भाग रहे एक व्यक्ति को बीएसएफ के सहयोग से काबू किया गया।
मौके पर मौजूद विधायक नरेंद्र पाल सिंह सवना ने बताया कि उनको पिछले दो-तीन दिनों से फोन आ रहे थे कि फाजिल्का के कई गांवों में रेत की अवैध माइनिंग हो रही है। सोमवार सुबह से ही लोगों के फोन आ रहे थे। उन्होंने गांव निवासियों को कहा था कि अवैध माइनिंग कि उनको सूचना दी जाए। अवैध माइनिंग करने वाले अपनी ट्रैक्टर-ट्राली लेकर गांव पक्का चिश्ती में आए तो गांव वासियों ने उनको सूचना दी जिस पर में पुलिस और माइनिंग अधिकारियों को साथ लेकर आएं।
इस दौरान कुछ ट्रैक्टर-ट्राली चालक रेत भर रहे थे। उनको देखकर ट्रैक्टर-ट्राली चालक ने अपनी ट्रैक्टर ट्राली भगाने की कोशिश की जिस पर पुलिस वालों ने पीछा किया। लेकिन इनमें से एक ट्रैक्टर-ट्राली चालक को पुलिस ने बीएसएफ के सहयोग से काबू कर लिया। विधायक नरेंद्र सवना ने चेतावनी देते हुए कहा कि रेत की अवैध माइनिंग का कार्य करने वाले इसको छोड़ दें। फाजिल्का में रेत का अवैध कारोबार नहीं चलने दिया जाएगा और लगातार कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि यह सरकार आम आदमी पार्टी की बनी हैं और जो भी गलत काम करेगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अमृतसर (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब में आम आदमी पार्टी (‘AAP’ MLA in Action) की सरकार बनते ही आप विधायक एक्शन मोड में आ गए हैं। सभी विधायक अपने-अपने हल्के के अस्पताल स्कूलों व सरकारी विभागों में जाकर कामकाज देख रहे हैं। मंगलवार को हल्का पूर्वी की विधायक जीवनजोत कौर वेरका सीएचसी अस्पताल में पहुंची और यहां के हालातों का जायजा लिया।
यहां के हालात काफी बदतर मिले। नवजन्मे बच्चों के लिए बनाए गए कमरे धूल मिट्टी से भरे पड़े थे और मरीजों के लिए बनाए गए शौचालय की हालत भी काफी खराब थी जिसको देखते हुए अस्पताल प्रबंध को जमकर लताड़ा। इसके बाद जब सीनियर मेडिकल आफिसर डॉक्टर राजकुमार के दफ्तर में पहुंची तो उसमें साफ-सफाई देखकर कहा कि आप खुद तो साफ-सुथरे कमरों मे बैठते हैं और लोगों को गंदगी भरे हालातों में बैठाया जाता है।
उन्होंने कहा कि सबसे पहले लोगों के बैठने व उनके लिए साफ-सफाई का प्रबंध होना चाहिए, उसके बाद में खुद का इंतजाम किया जाना चाहिए। जब उन्होंने शौचालयों का दौरा किया तो स्टाफ के लिए बनाए गए शौचालय को ताला लटका हुआ था जिसे देखकर वह भड़क गई और उन्होंने कहा कि जिन चीजों को ताले लगाए जाने चाहिए उन्हें तो लगाया नहीं गया है।
उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों को सात दिनों का समय देते हुए चेतावनी दी है कि अगर उनके द्वारा देखी गई खामियों को ठीक नहीं किया जाता है तो अधिकारियों के खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले उन्होंने वेरका मिल्क प्लांट का दौरा किया और उसके बाद थाना वेरका में भी पहुंची।
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