पंजाब के विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों ने भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ रोष-प्रदर्शन
- कई हुए घायल तो कईयों को लगे टांके, पुलिस ने किया गिरफ्तार
- प्रदर्शनकारियों पर छोड़ी पानी की बौछारें, महिलाएं एवं पार्टी के कई पदाधिकारी हुए घायल
चंडीगढ़। (सच कहूँ/अश्वनी चावला) आम आदमी पार्टी (आप) ने हिडेनबर्ग रिपोर्ट द्वारा पर्दाफाश किए अडानी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और केन्द्र सरकार को जमकर कोसा। रविवार को चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय से प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश महासचिव व मंडी बोर्ड के अध्यक्ष हरचंद सिंह बरसट और प्रवक्ताओं नील गर्ग, डॉ सनी अहलूवालिया और शमिंदर खींडा ने मोदी सरकार के दौरान अडानी की संपत्ति में हुई वृद्धि पर सवाल उठाए और कहा कि भाजपा जनविरोधी और पूंजीवादी समर्थक पार्टी है।
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प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद आम आदमी पार्टी के विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों ने चंडीगढ़ में बीजेपी कार्यालय के सामने धरना दिया और केन्द्र सरकार एवं अडानी के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारें कीं और लाठीचार्ज किया, जिसमें कई महिलाओं सहित पार्टी के कई पदाधिकारी गंभीर रुप से घायल हो गए। वहीं, चंडीगढ़ पुलिस ने आवाज बुलंद कर रहे आम आदमी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर थाने ले गई परंतु शाम के बाद रिहा कर दिया गया।
पार्टी प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि मोदी-अडाणी घोटाला देश में आजादी के बाद का सबसे बड़ा घोटाला है। मोदी सरकार से पहले 2014 में अडानी की संपत्ति 37,000 करोड़ थी। 2018 में 59,000 करोड़ हो गई। 2020 में संपत्ति बढ़कर ढाई लाख करोड़ हो गई और 2022 में यह 13 लाख करोड़ हो गई। मोदी सरकार की पूंजीवादी समर्थक नीतियों की बदौलत अडानी 2014 में 609वें स्थान से छलांग लगाकर 2022 में दुनिया का तीसरा सबसे अमीर व्यक्ति बन गया।
हरचंद सिंह बरसट ने अपने संबोधन में कहा कि जहां देश की अर्थव्यवस्था बदहाल है और आम जनता बेरोजगारी से जूझ रही है। वहीं एक व्यक्ति को सारे संसाधन देकर मोदी जी ने उसे दुनिया का दूसरा सबसे अमीर व्यक्ति बना दिया। मोदी जी ने अडानी को देश का कोयला, गैस, बिजली, पानी, सड़क, सीमेंट, स्टील, एयरपोर्ट, बंदरगाह आदि दे दिए। मोदी सरकार की वजह से ही उन्हें बांग्लादेश और श्रीलंका में बिजली के ठेके मिले, आॅस्ट्रेलिया में खदानें मिलीं। आॅस्ट्रेलिया के निजी बैंक जब उन्हें कर्ज देने को तैयार नहीं हुए तो उन्होंने एसबीआई से 7.5 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया।
मोदी जी ने अडानी को 2.5 लाख करोड़ का कर्ज दिलवाया। जबकि पंजाब के किसानों पर कुल 96000 करोड़ का कर्ज है जिसके कारण किसान हर दिन आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार ने उन कर्जों को माफ नहीं किया। अगर किसान को 2.5 लाख का कर्ज चाहिए होता है तो उसका जूता टूट जाएगा लेकिन कर्ज नहीं दिया जाएगा। लेकिन मोदी जी ने अडानी को 2.5 लाख करोड़ का कर्ज दिया और जब उनकी कंपनियां घाटे में चली गईं तो उन्होंने 84 हजार करोड़ रुपए माफ कर दिए।
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