अब विज्ञान प्रयोगशालाओं में नहीं रहेगी फर्नीचर की कमी

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सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी भी शीशा लगी अलमीरा में सुरक्षित रख सकेंगे अपने मॉडल

सच कहूँ-सुनील वर्मा

सरसा। प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में बनी विज्ञान प्रयोगशालाओं में अब विद्यार्थियों को फर्नीचर की कमी से नहीं जूझना पड़ेगा। क्योंकि हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद् ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर उनके जिले के स्कूलों की प्रयोगशालाओं में जिन फर्नीचर की कमी है उनकी डिमांड भेजने का कहा है। अब जिला के साइंस एक्सपर्ट ने अपने-अपने जिला के हाई स्कूलों में जिन फर्नीचर की कमी थी, उनकी डिमांड बनाकर विभाग को भेज दी है, ताकि विद्यार्थियों को विज्ञान प्रयोगशाला में फर्नीचर की समस्या से दो-चार न होना पड़े।

प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को  जारी पत्र

दरअसल बीते दिनों प्रदेश के सभी जिलों के जिला विज्ञान विशेषज्ञों की हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद् के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने मीटिंग ली थी। जिसमें डायरेक्टर ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर उनके स्कूलों में जिन फर्नीचर की कमी है उनकी डिमांड 20 जुलाई तक बनाकर भेजने के निर्देश दिए थे। इतना ही नहीं पत्र में यह भी कहा गया है कि वे अपने प्रयोगशाला में किस प्रकार के फर्नीचर मंगवाना चाहते हैं, उनकी कीमत कितनी है, यह भी बताने को कहा गया था।

50 विद्यार्थी के अनुसार फर्नीचर की डिमांड भेजने के दिए थे निर्देश

हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी हुए पत्र में कहा गया है कि सभी अधिकारी प्रत्येक स्कूल में कम से कम 50 विद्यार्थियों के हिसाब से फर्नीचर की डिमांड बनाकर भेजे, कि उन्हें कितना फर्नीचर चाहिए। डिमांड में उन्हें यह भी बताना होगा कि उन्हें प्रत्येक स्कूल में कितनी अलमारी, कितने मेज, कितने रैक्स सहित अन्य फर्नीचर की आवश्यकता है, उन सभी फर्नीचर के फोटोग्राफ भी साथ भेजने के निर्देश दिए थे।

इन फर्नीचर की भेजी है डिमांड

विभाग द्वारा मांगी गई डिमांड के पश्चात सरसा जिला के विज्ञान विशेषज्ञों ने डीईओ के दिशा निर्देशन में 5 तरह के फर्नीचर की डिमांड बनाकर भेजी गई है। जिनमें सर्वप्रथम 6 लेयर के स्टील के रैक्स की मांग की गई है और प्रत्येक स्कूल के लिए ऐसे 2 रैक्स की मांग की गई है। एक रैक्स की कीमत लगभग 4000 रुपए हो। इसके अलावा ग्लास डोर वाली स्टील की अलमीरा की मांग की गई है। जिनकी प्रत्येक स्कूल में संख्या 2 हो तथा इनकी एक की कीमत 6000 रुपए हो। वहीं विज्ञान प्रयोगशाला में लगने वाले कक्षाओं में बैठने के लिए बैंच की मांग की गई है। इनकी प्रत्येक स्कूल में सख्यां 40 मांगी गई है। एक बैंच की कीमत 500 रुपए होनी चाहिए।

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