ऐसा देश, जहां कम लागत में पर्यटन किया जा सकता है

A country where low cost tourism can be done
हिंदुस्तान के निकट ऐसे दो देश है जहां आप कम खर्च में आसानी से घूम सकते हैं। नेपाल और भूटान दोनों देश भारत के पड़ोसी देश है। जहां आप आसानी से जा सकते हैं और घूम भी सकते हैं। सबसे अच्छी बात तो यह है कि आप को नेपाल या भूटान जाने के लिए पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी। अन्य देशों में जाने के लिए आपको पासपोर्ट की जरूरत होती है किंतु इन दोनों देशों में जाने के लिए आपको केवल आधार कार्ड और चुनाव पहचान पत्र लेकर जा सकते हैं। नेपाल की सीमा से सटे भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, हैं। नेपाल भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक दक्षिण एशियाई स्थलरुद्ध हिमालय राष्ट्र है । नेपाल की राजधानी काठमांडू है। नेपाल की भाषा नेपाली है यहां के लोगों को हिंदी का भी अच्छा ज्ञान होता है।
यदि आप नेपाल जा रहे हैं तो आपको वहां पर भाषा की परेशानी नहीं होगी। नेपाल एक हिंदू धर्म राष्ट्र है। यही नहीं दुनिया की 10 सबसे ऊंची चोटियों में से आठ अकेले नेपाल में ही हैं। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट नेपाल में ही स्थित है। यहां इसे सागरमाथा कहते हैं। नेपाल हिंदू और बौद्ध धर्म की साझा विरासत खुद में समाए हुए है। छोटे से पहाड़ी देश नेपाल की आय का प्रमुख स्त्रोत पर्यटन ही है। नेपाल घूमने के लिए अक्सर पर्यटक उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के स्थानीय टैक्सी सेवाओं की सहायता से जाते हैं। नेपाल में 5 मौसम होते हैं। उष्म, मानसून, शिशिर व बसंत यह पांचों मौसम बहुत ही सुहाने होते हैं। नेपाल के प्रमुख पर्यटन स्थल : पशुपतिनाथ मंदिर, मुक्तिनाथ मंदिर, लुंबिनी, काठमांडू, पोखरा, पाटन, चितवन पार्क लोकप्रिय आकर्षणों में शामिल हैं। आप किसी भी मौसम में वहां जा सकते हैं। गर्मियों की छुट्टियां बिताने के लिए लोग नेपाल भी खूब जाते हैं। जून से लेकर अगस्त का माह वहां जाने के लिए सबसे अच्छा होता है। इस मौसम में यहां का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। भारत के गर्मी के मौसम के तापमान से बहुत ही कम रहता है। इस समय नेपाल अपनी प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण रहता है। वहां बर्फ में अठखेलियां करना भी बेहद मजेदार माहौल बना देता है। दिसंबर से फरवरी के माह में नेपाल में बर्फबारी होती है। पोखरा और धुलिखेल में खूब बर्फ पड़ती है। नेपाल का सामान्य खाना चने की दाल, भात, तरकारी, आचार है।

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