नई दिल्ली (एजेंसी)। उच्चतम न्यायालय ने जाने-माने वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ करीब 11 साल पुराने अदालत की अवमानना मामले की सुनवाई शुक्रवार को चार अगस्त तक के लिए टाल दी। दोनों प्रतिवादियों-प्रशांत भूषण और तरुण तेजपाल- की ओर से पेश वकीलों ने न्यायमूर्ति अरुण कुमार मिश्रा, न्यायमूर्ति बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति वी रमासुब्रमण्यम की खंडपीठ से आग्रह किया कि इस मामले की सुनवाई तब की जाए, जब अदालत कक्ष में पहले की भांति सुनवाई हो।
मामले में खुद को पक्षकार बनाने की मांग कर रहे पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण ने कहा कि मामले की सुनवाई अदालत कक्ष में सुनवाई फिर से शुरू होने के बाद की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ह्ययह मामला करीब 11 साल पुराना है, इसलिए इस मामले की इस तरह जल्दबाजी में सुनवाई नहीं की जानी चाहिए।
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