सराहनीय : लॉकडाउन में पुलिस ने क्राइम पर कसा शिकंजा
(18% drop in rape cases in Haryana)
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साल के पहले 6 माह में आई 20.46% की कमी
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दुष्कर्म के मामलों में 18 प्रतिशत की गिरावट
चंडीगढ़ (सच कहूँ ब्यूरो)। कोरोना पर अंकुश को लेकर लगाया लॉकडाउन हरियाणा पुलिस के लिए काफी राहत भरा रहा। क्योंकि प्रदेश की पुलिस जो सालों से नहीं कर पाई, वो मात्र इन 3 महीनों में हो गया है। हरियाणा में जहां अचानक अपराधों पर लगाम लग गई है। वहीं महिला अपराधों में भी जबर्दस्त गिरावट दर्ज की गई है। पिछले कुछ सालों में यह सभी से बड़ी गिरावट है, जबकि इससे पहले हमेशा ही साल-दर-साल क्राइम का ग्राफ हरियाणा में बढ़ता ही नजर आया है।
हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध पर लगातार की जा रही सख्ती व निगरानी से साल 2020 के प्रथम 6 माह में महिलाओं के खिलाफ होने वाली अपराध की घटनाओं में 2019 की इसी अवधि की तुलना में 20.46 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। जहां दुराचार के मामलों में 18.18 प्रतिशत की कमी देखी गई। (18% drop in rape cases in Haryana) वहीं अपहरण की घटनाएं भी 27.41 प्रतिशत तक कम हुई। इस साल जनवरी से जून तक महिलाओं के खिलाफ अपराध को सुलझाने की दर भी ऊंची रही है। पुलिस द्वारा दुष्कर्म के करीब 99 प्रतिशत मामलों को, अपहरण के 85.33 प्रतिशत तथा छेड़छाड़ के 96.63 प्रतिशत मामलों को सफलतापूर्वक सुलझाया गया है।
पिछले साल के मुकाबले 1259 आये मामले
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज यादव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जनवरी से जून 2020 के बीच महिलाओं के खिलाफ अपराध में गिरावट दर्ज की गई है। इस साल दुष्कर्म, महिला उत्पीड़न, अपहरण, छेड़छाड़, आदि से संबंधित कुल 4893 मामले दर्ज हुए, जो वर्ष 2019 की इसी अवधि में दर्ज 6153 मामलों की तुलना में 1259 कम रहे।
- डीजीपी ने कहा कि हालांकि, पिछले छह महीनों में ओवरआॅल क्राईम रेट में गिरावट देखी गई।
- महिला अपराधों को रोकने में भी हमने अच्छा काम किया है।
- इस साल 30 जून तक रेप के 657 केस दर्ज किए गए।
- पिछले साल इसी समय में यह आंकड़ा 18.18 प्रतिशत ज्यादा यानी 803 था।
- पोक्सो एक्ट के तहत पंजीकृत मामले भी 850 से कम होकर 11.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 756 रह गए।
- इस अवधि के दौरान, महिलाओं के अपहरण की घटनाओं में भी 27.41 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है।
- 2019 में जहां अपहरण के 1587 मामले दर्ज हुए थे, वहीं इस साल 1152 मामले पंजीकृत हुए।
इसी प्रकार, महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की वारदातें भी साल 2019 के 1226 से घटकर 2020 में 1128 रह गई, जोकि 7.99 प्रतिशत कम है। भारतीय दंड संहिता की धारा 498ए के तहत महिलाओं के साथ क्रूरता के मामलों में भी 552 की कमी आई। इसके तहत, 2019 में दर्ज 2140 मामले इस साल 25.79 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1588 दर्ज हुए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अपराध ग्राफ के गिरने की यह प्रवृत्ति 2020 की शेष अवधि में भी जारी रहेगी।
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