केन्द्र सरकार ने एसएलसी कंपनी को दिया ठेका
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इन्हें स्मार्ट मीटर के नाम की संज्ञा दी गई है
भिवानी सच कहूँ/इन्द्रवेश दुहन। बिजली की रीडिंग की शिकायत लेकर निगम के चक्कर लगाने वाले उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है। अब प्रदेश में प्रीपेड व पोस्टपेड के बिजली के मीटर लगेंगे। जिस प्रकार से मोबाइल में हम पहले प्रीपेड बैलेंस डलवाते हैं, उसी प्रकार से अब बिजली के मीटर काम करेंगे। इससे निगम की भी परेशानियां कम होंगी और उन्हें भी रीडिंग के लिए नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही जहां रिमोट एरिया है, वहा भी निगम के कर्मचारियों को रीडिंग के लिए नहीं जाना पड़ेगा। हरियाणा प्रदेश में शुरूआत में 10 लाख बिजली के मीटर लगाए जाएंगे। भिवानी के ट्यूबवेल्स पर ये मीटर अब लगने भी शुरू हो गए हैं। इन्हें स्मार्ट मीटर के नाम की संज्ञा दी गई है। इस मीटर के लगने के बाद लोगों की रीडिंग कम व ज्यादा आने की शिकायत भी दूर होंगी। भिवानी के बिजली निगम के एक्सईन रविंद्र घनघस ने बताया कि केंद्र सरकार की यह स्कीम है। केन्द्र सरकार ने इसका ठेका एसएलसी कंपनी को दिया है। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं की शिकायत इस मीटर के लगने के बाद काफी कम होंगी। बिजली की चोरी पर भी रोक लगेगी। उन्होंने बताया कि इस मीटर के बाद उपभोक्ताओं की मर्जी है कि वह प्रीपेड मोबाइल की तरह उसमें बैलेंस डलवा सकता है या फिर पोस्टपेड की तरह बाद में भी बिजली की खपत का बिल भर सकता है। प्रीपेड के लिए अलग से सैंटर भी बनाया जाएगा। जिसमें वह अपनी सारी शिकायत का निवारण भी करवा सकेंगे। साथ ही उन्हें बिजली के बिलों में रियायत भी मिलेगी, जो कि 5 प्रतिशत तक की होने की उम्मीद है। निश्चित तौर पर केन्द्र की तर्ज पर हरियाणा में घर-घर में प्रीपेड मीटर लगने के बाद लोगों को सहूलियत तो होगी ही। वहीं निगम की भी बिजली चोरी की दिक्कतें खत्म होंगी। साथ ही मीटर की रीडिंग का झंझट भी समाप्त होगा। लोगों को भी रीडिंग ठीक करवाने के लिए निगम के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
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