स्थानीय नेताओं ने मायावती पर लगाए आरोप
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80 से ज्यादा पदाधिकारियों ने छोड़ी पार्टी
सच कहूँ /अनिल कक्कड़ चंडीगढ़। हरियाणा में सोमवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को उस समय बड़ा झटका लगा, जब उसकी हरियाणा कार्य कारिणी के लगभग सभी सदस्यों ने बसपा सुप्रीमों मायावती पर गंभीर आरोप लगाते हुए क्षेत्रीय दल इनेलो में अपना विलय कर लिया। बसपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश भारती सहित करीबन 80 पदाधिकारियों ने सोमवार को चंडीगढ़ में बसपा सुप्रीमों पर ये आरोप मढ़े। भारती ने कहा कि पूर्व में तीन बार बीएसपी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई। पहली बैठक 12 जनवरी को अम्बाला में, दूसरी बैठक 12 मार्च को रोहतक में और तीसरी बैठक 7 जून को अम्बाला में बुलाई गई। तीनों बैठकों में पूरे प्रदेश के बसपा कार्यकतार्ओं की राय ली गई और किसी और पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया। इस लिए आज सभी साथी इनेलो में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं।
मायावती के कारण बसपा छोड़ने पर हुए मजबूर
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए भारती ने कहा कि हरियाणा की सारी बसपा इस फैसले के समर्थन में है, वहां अब कुछ नहीं बचा है। बसपा सुप्रीमो मायावती पर गंभीर आरोप लगाते हुए भारती ने बताया कि पूरे प्रदेश के साथी चाहते थे कि गठबंधन की सरकार हरियाणा में बने लेकिन पार्टी हाईकमान ने बिना किसी कारण के गठबंधन को तोड़ा। गठबंधन के फैसले को लेकर दिल्ली में सभी बसपा के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी, जिसमें सभी ने गठबंधन के पक्ष में अपनी राय दी थी, लेकिन मायावती ने राय से हटकर गठबंधन तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि मायावती आज काशीराम जी की नीतियों व सिद्धांतों से हटकर फैसले ले रही हैं, इसलिए वे सब बसपा छोड़ने पर मजबूर हुए हैं।
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