स्कूल खोलने को लेकर शिक्षा विभाग ने मांगे सुझाव
-
प्रदेश में साढ़े 16 लाख बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित
भिवानी सच कहूँ/इन्द्रवेश दुहन। हरियाणा सरकार ने लंबे समय के बाद एक जुलाई से प्रदेश के स्कूलों को खोलने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुजर चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के स्कूलों को दो पारियों में सोशल डिस्टेसिंग के साथ खोलने की बात कह चुके हैं। इसके लिए जिला स्तर पर कमेटियां बनाकर उनके सुझाव मांगे गए हैं। इन कमेटियों में शिक्षाविद्, शिक्षा विभाग के अधिकारी व अभिभावकों से उनके स्कूल खोलने संबंधी विचार जाने जा रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने एक जुलाई से 10 से 12वीं तक की कक्षाओं व 15 जुलाई से छठी से नवमी तक की कक्षाओं में पढ़ाई शुरू करवाने के लिए स्कूल खोलने संबंधी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा छात्र-छात्राओं को उनके घर पर ही जून के द्वितीय सप्ताह तक पुस्तकें उपलब्ध करवाने के आदेश दिए गए हैं। हरियाणा प्रदेश के लगभग 16 लाख छात्र-छात्राएं सरकार के इस फैसले से प्रभावित होंगे, जो विभिन्न सरकारी व प्राईवेट स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करते हैं।
स्कूल खोलने को लेकर बुद्धिजीवी शिक्षाविद् संजय कुमार, अभिभावक सतीश व शिक्षाविद् अनिल कुमार का कहना है कि वैश्विक स्तर पर कोरोना महामारी के चलते पिछले तीन माह से बच्चों की स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो पा रही। सरकार यदि स्कूल खोलती है तो उसे चाहिए कि बच्चें के स्कूल में वैन में बैठने के साथ ही निर्धारित दूरी, वैन को सैनेटाईज करने, स्कूल कक्षा-कक्ष व बैंचों को प्रतिदिन सैनेटाईज किया जाना चाहिए तथा बच्चों को मास्क के साथ पीरियड अवधि 40 मिनट से घटाई जानी चाहिए, तभी स्कूलों में पढ़ाई संभव हो पाएगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना बीमारी की गंभीरता को देखते हुए वर्तमान में ऑनलाईन माध्यम से चल रही शिक्षा को ही ओर बेहतर बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए। इनका मानना था कि बच्चे एक-दूसरे के संपर्क में आए बगैर नहीं रह सकते, इसीलिए अत्याधिक ध्यान रखे जाने की आवश्यकता है। गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने स्कूल खोलने के अपने विचार के साथ ही स्कूल को दो शिफ्टों में चलाने व प्रारंभिक चरण में उच्च कक्षाओं की पढ़ाई शुरू करने की बात कही है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।