कोरोना पॉजिटिव मरीज की जगह दूसरे को कर रहे थे आईसोलेट
(Negligence in the Gurugram Health Department)
कागजों में गड़बड़ी के बाद हुआ खुलासा
संजय मेहरा/सच कहूँ गुरुग्राम। गुरुग्राम का स्वास्थ्य विभाग कोरोना के मामलों को लेकर घोर लापरवाही बरत रहा है।(Health Department) विभाग के सीएमओ कार्यालय से लेकर उनके अधीनस्थ अधिकारियों की इसी लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। अब नई लापरवाही सामने आई है, जिसमें बिना सेंपल की रिपोर्ट आए ही एक व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव बताकर उसे आईसोलेट करने की तैयारी कर ली गई। शनिवार को गांधी नगर में रहने वाला एक व्यक्ति यहां सेक्टर-10 नागरिक अस्पताल में अपनी कोरोना सेंपल की रिपोर्ट का पता करने पहुंचा था। उसका सेंपल 18 मई को लिया गया था। सेक्टर-10 से उसे पुराने नागरिक अस्पताल परिसर स्थित सीएमओ कार्यालय में भेज दिया।
पीड़ित के मुताबिक यहां पर उसे बताया गया कि उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव है। इसके बाद उसे सीएमओ कार्यालय से ही सेक्टर-9 स्थित ईएसआईसी अस्पताल में भेज दिया गया। वहां पर उसके कागजों में गड़बड़ी पर वापस सेक्टर-10 अस्पताल भेज दिया गया। अस्पताल में शाम हो गई, लेकिन उस 50 साल के व्यक्ति के बारे में विभाग यह तय नहीं कर पाया कि आखिर करना क्या है? देर शाम उस व्यक्ति के मेडिकल कार्ड का यूएचआईडी नंबर मिलान किया तो वह अलग पाया गया। उम्र पूछी तो पता चला कि 50 साल का है। जबकि कागजों में उम्र 32 साल लिखी थी। मतलब जो कोरोना पॉजिटिव था, वह तो कोई और ही था। 50 साल के व्यक्ति को आईसोलेशन में भेजा जा रहा था। आनन-फानन में असली कोरोना पॉजिटिव मरीज की तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला। उसे सेंपल लेकर होम क्वारंटाइन किया गया था। लेकिन वह अस्पताल में नहीं पहुंचा।
50 वर्षीय व्यक्ति के फिर लिए सैंपल
सीएमओ कार्यालय की एक और सबसे बड़ी लापरवाही यह है कि यहां से लोगों के सेंपल ही गायब हो रहे हैं। पीड़ित 50 साल के व्यक्ति ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि शनिवार की सुबह 7 बजे से लेकर रात 8 बजे तक उसे परेशान किया गया। रात तक उसकी रिपोर्ट के बारे में कुछ पता नहीं चला और जब रिपोर्ट दी तो वह किसी और की। रात को उसे यह कहकर घर भेज दिया गया कि कल रविवार को आकर अपना दुबारा से सैंपल दे जाएं। पहले वाले सैंपल का कुछ पता नहीं है। अब परेशान अधेड़ उम्र का वह व्यक्ति रविवार को फिर सुबह 7 बजे पहुंचा और 11 बजे उसका सैंपल लिया गया। इसके बाद वह होम क्वारंटाइन में चला गया। इस बारे में जब सीएमओ डॉ. जे.एस. पूनिया का पक्ष जानने के लिए कॉल की गई तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।
मानव आवाज संस्था करेगी शिकायत
गुरुग्राम जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जा रही लापरवाहियों की मीडिया रिपोर्टों को आधार बनाकर अब मानव आवाज संस्था इसके खिलाफ आवाज उठाएगी। अखबारों की कतरन और समाचार चैनलों की न्यूज की कॉपी प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया, मानवाधिकार आयोग, मुख्यमंत्री हरियाणा और गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री हरियाणा को सौंपेगी। संस्था के संयोजक अभय जैन का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से बहुत लापरवाही की जा रही है। जब कोरोना को लेकर विभाग लापरवाह है तो आम आदमी के उपचार में अच्छे की कैसे उम्मीद की जा सकती है।
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