हैदराबाद। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने बीमार पिता को साइकिल पर बैठाकर 1200 किलोमीटर का सफर तय करने वाली 15 वर्षीय ज्योति कुमारी और उसके चार भाई-बहनों की शिक्षा का पूरा खर्च उठाने की पेशकश की है। एआईबीईए के महासचिव सी. वेंकटाचलम ने रविवार को टि्वटर पर यह घोषणा की। वेंकटाचलम ने कहा, “ ज्योति का परिवार बहुत गरीब है और उसके दो छोटे भाई और दो बहनें हैं। हम उनकी आर्थिक स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं। एआईबीईए के अधिकारियों से चर्चा करने के बाद यह फैसला किया गया कि ज्योति और उसके चारों भाई-बहनों की पढ़ाई का पूरा खर्च एआईबीईए उठायेगा अथवा परिवार की इच्छानुसार कोई अन्य वित्तीय सहायता करेगा।”
एआईबीईए ने इस संबंध में बिहार प्रांतीय बैंक कर्मचारी संघ के महासचिव अनिरुद्ध कुमार को पत्र लिखकर ज्योति के परिवार से संपर्क करने के लिए कहा है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों को काफी in समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और ज्योति कुमारी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। ज्योति ने मुश्किलों से भरे समय में साहस और दृढ़ इच्छाशक्ति की अनूठी मिसाल पेश की है।
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