लॉकडाऊन। ब्लड बैंकों पर भारी पड़ा कोरोना, डेरा श्रद्धालुओं की रक्तदान मुहिम लगातार जारी
- 8 ब्लॉकों के सेवादारों ने रैडक्रॉस व दो अस्पातलों को किया रक्तदान
लुधियाना(सच कहूँ/रघबीर सिंह )। लॉकडाऊन में लोगों का बाहर निकलना बंद होने के कारण कोरोना अस्पतालों के ब्लड बैंकों पर भारी पड़ रहा है, जिस कारण ब्लड बैंक रक्त की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं परंतु डेरा श्रद्धालुओं की ओर से लगातार रक्तदान मुहिम जारी रखने से अस्पतालों के ब्लड बैंकों के अंदर रक्त की कमी नहीं आने दी जा रही। जो भी अस्पताल डेरा श्रद्धालुओं को रक्त देने के बारे में कह रहे हैं, डेरा श्रद्धालु खुशी-खुशी रक्तदान करके इन्सानियत फर्ज निभा रहे हैं। रेडक्रॉस, कृष्णा चैरिटेबल अस्पताल और ऐसपीऐस अस्पताल की तरफ से लिखित अपील करने पर आज डेरा श्रद्धालुओं ने 122 यूनिट खूनदान किया।
रेडक्रॉस, कृष्णा अस्पताल और ऐसपीऐस अस्पताल में उपस्थित 45 मैंबर जसवीर सिंह इन्सां, 45 मैंबर यूथ सन्दीप इन्सां, 25 मैंबर पूर्ण चंद इन्सां, 25 मैंबर हरीश चंद्र शंटा, 25 मैंबर एसपी बंगड, 15 मैंबर कुलदीप इन्सां, 15 मैंबर संतोष इन्सां, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार सोनू इन्सां, 15 मैंबर कृष्ण जुनेजा इन्सां, 15 मैंबर रोकी इन्सां, खूनदान समिति के जगजीत इन्सां, रणजीत भंडारी इन्सां, ब्लाक भंगीदास कमलदीप इन्सां, भंगीदास सत्या देव इन्सां ने बताया कि 29 अप्रैल से शुरू हुए इस रक्तदान कैंपों की कड़ी के अंतर्गत आज तक डेरा श्रद्धालु 540 यूनिट रक्तदान कर चुके हैं। आज रेडक्रॉस में 29 यूनिट, कृष्णा चैरिटेबल अस्पताल में 42 यूनिट और ऐसपीऐस अस्पताल में 51 यूनिट रक्तदान किया गया है।
आज रक्तनदान करने वालों में ब्लॉक रायकोट, ब्लाक लुधियाना, ब्लाक मांगट, ब्लाक खन्ना, ब्लाक पायल, ब्लाक समराला, ब्लाक सिधवां बेट, ब्लॉक माछीवाड़ा के शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैफेयर फोर्स विंग के सेवादारभाई और बहनें शामिल हुए। अस्पतालों और रेडक्रॉस के प्रशासनिक अधिकारियों ने डेरा श्रद्धालुओं का धन्यवाद करते इस पवित्र कार्य की सराहना की है।
डेरा श्रद्धालुओं को परमात्मा तंदरूस्ती प्रदान करे : ब्लड ट्रांसफ्यूजन अधिकारी
एसपीएस अस्पताल के सीओओ डॉ. जतिन्दर अरोड़ा, कृष्णा चैरिटेबल अस्पताल के बीटीओ डॉ. कुलविन्दर कौर गिल और रेडक्रॉस सोसायटी के बीटीओ डॉ. जी.पी. मुगला ने रक्दान को पवित्र कार्य बताते डेरा श्रद्धालुओं का धन्यवाद किया। ऐसपीऐस अस्पताल के डॉ. जतिन्दर अरोड़ा ने कहा कि लाकडाऊन में ऐसपीऐस अस्पताल में किमियोथैरेपी, डायलसिस, डिलिवरी आॅपरेशन सहित अन्य आॅपरेशन आम दिनों की तरह चल रहे हैं। इन सभी कामों के लिए रक्त की जरूरत होती है, कर्फ्यू लगने के कारण ब्लड बैंक में रक्त की कमी महसूस हो रही थी।
उन्होंने डेरा श्रद्धालुओं का तहदिल से धन्यवाद किया। डॉ. जी.पी. मुगला ने डेरा श्रद्धालुओं की तंदरूस्ती के लिए परमात्मा से अरदास करते कहा कि जब भी रक्त की कमी आती है यह श्रद्धालु मरीजों की जान बचाने के लिए भागे चले आते हैं। आज भी रेडक्रॉस सोसायटी रक्त की कमी से जूझ रही थी, जिसे डेरा श्रद्धालुओं ने पूरा कर दिया। कृष्णा अस्पताल के बीटीओ डॉ. कुलविन्दर कौर गिल ने कहा कि डेरा श्रद्धालु इस अस्पताल में लगातार रक्तदान करने के लिए आते रहते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर डेरा श्रद्धालुओं की ओर से किये जाते अन्य मानवता भलाई के कार्यों के बारे में भी पढ़ा है। इन का मानवता सेवा का जज्बा बेमिसाल है।
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