उपायुक्त जितेंद्र कुमार ने किया प्रोत्साहित (Migrant Workers)
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परिजनों से मिलकर सुखद अनुभव के साथ फिर वापिस आने की अपील
झज्जर (संजय भाटिया/सच कहूँ)। कोविड-19 वैश्विक महामारी के इस दौर में लॉकडाउन की स्थिति में हरियाणा सरकार की अतुलनीय पहल के चलते प्रवासी श्रमिकों को उनके घर नि:शुल्क पहुंचाने में झज्जर जिला उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है। अन्य राज्यों के लिए ट्रेन अथवा बस के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को पहुंचाने के लिए झज्जर जिला प्रशासन की ओर से सार्थक कदम उठाए गए हैं। शनिवार को उपायुक्त जितेंद्र कुमार के मार्गदर्शन में झज्जर जिला से हरियाणा राज्य परिवहन की 23 बसें करीब 700 कृषि कार्य से जुड़े प्रवासी श्रमिकों को लेकर उत्तर प्रदेश के शामली कलस्टर के 14 जिलों के रहने वाले श्रमिकों को लिए रवाना हुई।
प्रवासी श्रमिक अपने परिजनों से मिलने को लेकर उत्साहित थे
उनके चेहरों पर हरियाणावासियों से निरंतर मिले सहयोग पर आभार भरी झलक भी साफ दिखाई दे रही थी। उपायुक्त ने बताया कि झज्जर जिला मुख्यालय से 7 बसें करीब 214 प्रवासी श्रमिकों को लेकर, मातनहेल खंड से 7 बसें करीब 210 प्रवासी श्रमिक, साल्हावास खंड से 3 बसें करीब 110 प्रवासी श्रमिकों के साथ, बादली खंड से 2 बसें 60 प्रवासी श्रमिकों, बहादुरगढ़ व बेरी से दो-दो बसें करीब 50-50 प्रवासी श्रमिकों को लेकर गंतव्य की ओर भेजी गई। उन्होंने बताया कि दो रोज पूर्व भी झज्जर से बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए करीब 150 प्रवासी श्रमिकों को भेजा गया था।
इस अवसर पर एसडीएम झज्जर शिखा, तहसीलदार नरेंद्र दलाल, बीडीपीओ रामफल, नगरपालिका सचिव अरूण नांदल सहित बहादुरगढ़ में एसडीएम तरूण पावरिया, बेरी से एसडीएम डा.राहुल नरवाल, बादली में एसडीएम विशाल कुमार, साल्हावास में बीडीपीओ निशा व मातनहेल से बीडीपीओ अजित सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति में रोडवेज बसें शामली के लिए भेजी गई।
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