बठिंडा। पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने आज स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार से कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए सीधे तौर पर पंजाब को केवल 71 करोड़ रुपए की मदद ही मिली है जबकि अन्य राशियां जो प्राप्त हुई हैं वह पंजाब राज्य का अपना हक था जो केंद्र की तरफ बकाया था । बादल ने यहां पत्रकारों से कहा कि ये राशि तो राज्य को कोविड के न आने पर भी पंजाब को मिलनी थीं। पंजाब आत्मसम्मान के लिए जाना जाता है और पंजाबियों ने देश की तरक्की में हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है। संघीय ढांचे में यह केंद्र सरकार का फर्ज बनता है कि वह किसी भी अंदरूनी या बाहरी आपदा के समय राज्यों की मदद करे। उन्होंने कहा कि यह भारत सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी बनती है।
उन्होंने कहा कि जबसे कोविड- 19 संकट पैदा हुआ है केंद्र का पंजाब के प्रति बेरुखी वाला रवैया रहा है जो बर्दाश्त करना कठिन है। पंजाब के विभाजन से लेकर हर मुश्किल दौर में पंजाब विजेता होकर उभरा है और ताजा कोविड संकट से भी पंजाब मजबूती के साथ विजेता होकर उभरेगा। उन्होंने यहां पंचायत भवन में राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले कामगारों के योगदान को नमन करते हुए तिरंगा लहरा कर केंद्र सरकार तक पंजाब के हकों की माँगों की आवाज बुलंद की।
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