घर की जंग से ज्यादा बाहरियों का डर, चारों तरफ से घिरा हरियाणा | Border Seal
चंडीगढ़(अश्वनी चावला/सच कहूँ)। कोरोना की जंग में जहां एक तरफ हरियाणा सबसे ज्यादा रिकवरी रेट के साथ देश भर में अव्वल आ रहा है। वहीं अब राज्य को बाहरियों का डर काफी ज्यादा सता रहा है। इस समय हरियाणा एकमात्र ऐसा राज्य बन चुका है, जिसे तीहरी मार पड़ रही है। हरियाणा के एक तरफ दिल्ली लगातार कोरोना का दर्द दिए जा रहा है तो वहीं पर अब पंजाब की तरफ से भी खतरा मंडराना शुरू हो चुका है। क्योंकि पंजाब में 3 हजार से ज्यादा ऐसे लोग महाराष्ट्र से पहुंचे हैं, जो लगातार कोरोना पॉजीटिव पाए जा रहे हैं, जिससे पंजाब में कोरोना वायरस का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ चुका है।
पहले दिल्ली ने दर्द दिया तो अब पंजाब से ज्यादा खतरा
इसके चलते हरियाणा को अब दिल्ली की तरफ से वायरस को रोकने के साथ-साथ बार्डर से लगते पंजाब के इलाकों को भी सील करना पड़ रहा है, ताकि पंजाब से कोरोना वायरस हरियाणा में पहुंचकर किसी तरह की तबाही ना मचा दे। अब हरियाणा के लिए पंजाब के लोगों को आने से रोकना एक चुनौती बनता जा रहा है। हरियाणा सरकार ने पंजाब से जुड़ने वाले 35 से ज्यादा सड़क मार्गों को पूरी तरह से न सिर्फ सील कर दिया है बल्कि इन सड़क के मार्गों पर पहले से कई गुना ज्यादा पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी है। ताकि छोटी सी भूल कहीं हरियाणा पर भारी ना पड़ जाए।
यही हालात राजस्थान से लगते बॉर्डर पर भी नजर आ रहे हैं। जहां पर कोरोना वायरस की संख्या उत्तर भारत में सबसे ज्यादा होने के साथ-साथ, इस राज्य में कोरोना वायरस का प्रकोप भी अन्य राज्यों के मुकाबले काफी ज्यादा स्ट्रांग है। जिसके चलते हरियाणा को दिल्ली व पंजाब के साथ-साथ राजस्थान का डर भी सता रहा है। हरियाणा को डर है कि कहीं कोई राजस्थान से चोरी छुपे प्रदेश में ना घुस जाए और उसकी जानकारी ना होने के चलते वह बिना टेस्ट अपने घर में पहुंच जाए।
अगर इस तरह के मात्र 2-4 लोग ही राजस्थान से हरियाणा में पहुंच जाते हैं तो यह लोग हरियाणा में काफी ज्यादा वायरस का फैलाव कर सकते हैं और समय रहते पर इन्हें रोकना भी मुश्किल हो जाएगा। जिसके चलते ही पंजाब व दिल्ली का बॉर्डर सील करने के साथ-साथ हरियाणा को बड़े स्तर पर राजस्थान का बॉर्डर की सील करना पड़ रहा है और इस तरफ काफी ज्यादा ध्यान भी देना पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश का डर, पर खतरा कुछ कम
हरियाणा के साथ ही उत्तर प्रदेश का बॉर्डर भी लगता है। परंतु पंजाब व राजस्थान के मुकाबले उत्तर प्रदेश से खतरा कुछ कम दिखाई दे रहा है। क्योंकि उत्तर प्रदेश की तरफ से हरियाणा में आने वाले लोगों की गिनती न के बराबर ही हो सकती है। हरियाणा से उत्तर प्रदेश तो बहुत ज्यादा लोग जाना चाहते हैं, परंतु अभी तक ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है कि उत्तर प्रदेश की तरफ से कोई हरियाणा में आना चाहते हो। इसलिए उत्तर प्रदेश का डर कुछ काम है। परंतु फिर भी हरियाणा की तरफ से उत्तर प्रदेश के लगते बॉर्डर इलाकों को भी सील करते हुए पूरी तरह सख्ती की हुई है।
सिर्फ हिमाचल की तरफ से ही राहत
हरियाणा अपने पड़ोसी राज्यों में फैले कोरोना वायरस की तपिश से पूरी तरह घबराहट महसूस कर रहा है। परंतु यहीं पर हिमाचल की ठंडी हवा भी कुछ हद तक राहत दे रही है। हरियाणा के साथ पंजाब, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हिमाचल का बॉर्डर भी लगता है। परंतु हिमाचल में नाममात्र के करीब कोरोना के मरीज होने के चलते हिमाचल की तरफ से हरियाणा को किसी भी तरह का खतरा दिखाई नहीं दे रहा है। दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश की सख्ती से भी हरियाणा काफी ज्यादा संतुष्ट है।
20% पुलिस बॉर्डर इलाकों में तैनात
हरियाणा पुलिस जहां भीतरी इलाकों में लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराने का प्रयास कर रही है तो वहीं पर हरियाणा पुलिस का 20% कर्मचारी प्रदेश के चारों तरफ बॉर्डर की सीमाओं को सील करने में लगे हुए हैं। हरियाणा पुलिस के 20% पुलिस कर्मचारी रोटेशन के अनुसार बॉर्डर पर कोरोना को रोकने के लिए ड्यूटी दे रहे हैं, ताकि किसी भी तरह का कोई खतरा हरियाणा में प्रवेश ना करें।
हरियाणा में आने वाले सभी रास्ते पूरी तरह सील हैं और हमने यह बार्डर सील तो पहले से ही किए हुए थे, परन्तु अब और ज्यादा सख्ती कर दी गई है। हरियाणा में कोई भी दाखिल नहीं हो सकता, इसका इंतजाम पूरा किया हुआ है। अभी बार्डर पर रोजाना कितनी पुलिस ड्यूटी दे रही है और उनकी रोटेशन क्या, यह जानकारी देना मुश्किल है। क्योंकि यह कार्य हर जिले के एसएसपी को ही दिया गया है।
नवदीप विर्क आईपीएस, एडीजीपी ला एंड आॅर्डर, हरियाणा सरकार
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