अजमेर। राजस्थान में अजमेर जिले के किशनगढ़ उपखंड के रूपनगढ़ थानाक्षेत्र के नरैना गांव में अपने परिजनों पर हुई फायरिंग के आरोपी को पुलिस 24 घंटे बाद भी ढूंढ पाने में नाकाम रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि थाना अधिकारी बालूराम चौधरी के नेतृत्व में अनेक स्थानों पर दबिश दी गई। लेकिन वह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है लेकिन हमले में घायल आरोपी के पिता, भाई तथा भतीजी किशनगढ़ के यज्ञनारायण अस्पताल में उपचारत है और खतरे से बाहर है।
गौरतलब है कि रविवार को दिल्ली से विजय जाट कोरोना लॉकडाउन के बीच भागकर अपने गांव छोटा नरेना पहुंचा तो परिजनों ने उसे घर में घुसने से पहले कोरोना जांच कराने के लिए कहा। इस पर तैश में आए युवक विजय ने अपनी भाभी मनभर (40), भतीजी ममता (16) तथा पिता (68) पर प्राणघातक हमला कर दिया। हालांकि इस हमले में तीनों आंशिक रूप से ही घायल हुए और उन्हें मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के अनुसार हमले के आरोपी युवक विजय जाट के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमले में प्रयुक्त जुगाड़नुमा हथियार भी बरामद किया गया है। पुलिस को आशंका है कि अब हमलावर पुलिस के डर से वापस गांव छोड़ गया है। पुलिस आरोपी की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
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