जिनेवा/नयी दिल्ली। कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ से लोग इस कदर डरे हुए हैं कि 40 फीसदी लोगों ने कहा है कि वे संक्रमण नियंत्रित होने के बाद भी कम से कम छह महीने तक हवाई यात्रा नहीं करेंगे। अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आयटा) के सोमवार को जारी सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है। इसमें हिस्सा लेने वाले सिर्फ 14 फीसदी लोगों ने कहा है कि वे हवाई यात्रा के लिए इंतजार नहीं करेंगे। वहीं, करीब 46 प्रतिशत का कहना है कि वे एक या दो महीने इंतजार करने के बाद ही हवाई यात्रा करना पसंद करेंगे। शेष 40 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे छह महीने या इससे भी अधिक इंतजार करने के बाद ही इसके बारे में सोचेंगे।
पहले हवाई यात्रा कर चुके लोगों के बीच कराये गये इस सर्वेक्षण में चार प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे आगे हवाई यात्रा बिल्कुल भी नहीं करेंगे। आठ फीसदी ने कम से कम एक साल तक और 28 फीसदी ने छह महीने तक इंतजार करने की बात कही है। लोगों ने आर्थिक तंगी के कारण भी फिलहाल यात्रा न करने के संकेत दिये हैं। सर्वेक्षण में 69 प्रतिशत लोगों ने कहा कि जब तक उनकी निजी वित्तीय स्थिति में स्थिरता नहीं आ जाती वे हवाई यात्रा टाल देंगे।
आयटा के महानिदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलेक्जेंडर डी जुनाइक ने कहा कि महामारी के नियंत्रित होने के बावजूद यात्रियों के विश्वास को दोहरा झटका लगेगा। एक तरफ आर्थिक मंदी को लेकर उनकी निजी वित्तीय चिंता होगी तो दूसरी ओर स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर भी उनके मन में संदेह होगा। सरकार और विमानन उद्योग को साथ मिलकर यात्रियों का भरोसा कायम करने के लिए काम करना होगा।
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