मामला : नवजात को बोरी में डालकर फेंक दिया था कूड़े के ढ़ेर पर
(Humanity)
-
बरनाला के गांव पंडोरी का मामला, पुलिस जांच में जुटी
जसवंत सिंह लाली /जसवीर सिंह महल कलां/बरनाला। पंजाब में बरनाला जिले के महल कलां के अंतर्गत गांव पंडोरी में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां अज्ञात कलयुगी व्यक्ति ने एक नवजात बच्चे को प्लास्टिक की बोरी में डालकर गांव के छप्पड़ किनारे मरने के लिए फेंक दिया गया। लेकिन डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं और ग्रामीणों की सूझबुझ से बच्चे की जिदंगी बच गई। जानकारी देते हुए गांव के पूर्व पंच निर्मल सिंह पंडोरी ने बताया कि सोमवार सुबह 7 बजे के करीब गांव के जोहड़ के किनारे एक झुग्गियों रहने वाला लड़का कूड़ा व प्लास्टिक आदि सामान उठाने के लिए आया था।
फौजी हरदीप सिंह इन्सां ने थाना महल कलां और स्वास्थ्य विभाग महल कलां में सूचना दी
तभी उसने वहां किसी बच्चे के रोने की आवाजें सुनी तभी उसने रास्ते से जा रहे डेरा श्रद्धालु जगमोहन सिंह इन्सां और फौजी हरदीप सिंह इन्सां को दी। डेरा श्रद्धालुओं ने तुरंत बच्चे को बोरी से बाहर निकाला और जगमोहन सिंह के घर ले जाकर साफ किया। (Humanity) उन्होंने इस संबंध में तुरंत थाना महल कलां और स्वास्थ्य विभाग महल कलां में सूचना दी। इसके बाद बच्चे को आशा वर्कर परमिन्द्र कौर के सहयोग से 108 एंबुलेंस द्वारा चालक तरसेम सिंह महल खुर्द और ईएमटी इकबाल सिंह की देखरेख में सिविल अस्पताल, महल कलां में लाया गया।
जहां प्राथमिक सहायता देने के बाद बच्चे को जच्चा-बच्चा अस्पताल, बरनाला के लिए रैफर कर दिया गया। निर्मल सिंह पंडोरी ने बताया कि इस बच्चे को प्राप्त करने (गोद लेने) के लिए मौके पर ही गांव के कई परिवार आगे आए, परंतु प्रशासन की ओर से अभी किसी भी परिवार को कोई हां नहीं की गई।
‘जाको राखे साईयां मारे सके ना कोय’
उल्लेखनीय है कि बच्चे को प्लास्टिक की बोरी में इस तरीके लपेटा गया था कि धूप तेज होने की हालत में बच्चे ने जल्द ही दम तोड़ देना था। परन्तु कहते हैं ना ‘जाको राखे साईयां मार सके ना कोय’। वहीं इस मौके पर कई परिवारों ने प्रशासन से बच्चे को गोद लेने की गुहार लगाई।
- फिलहाल बच्चे को फेंकने वाले की तलाश की जा रही है।
- जिसके बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
- यह भी बताया जा रहा है कि बच्चे को बचाने में डेरा श्रद्धालुओं का भी अहम योगदान रहा है।
बच्चा पूरी तरह स्वस्थ
जिला बाल सुरक्षा अधिकारी अभिषेक सिंगला और सीनियर मेडिकल अधिकारी डॉ. हरजिन्दर सिंह आंडलू ने बताया कि गांव पंडोरी में मिले लावारिस बच्चे को सिविल अस्पताल महल कलां में प्राथमिक सहायता देने के बाद सिविल अस्पताल बरनाला में रेफर कर दिया गया। जहां बच्चे की हालत ठीक है।
- पुलिस की ओर से बच्चे के माता-पिता का पता लगाया जा रहा है।
- पता चलने पर जिला बाल संरक्षण समिति के आदेशों अनुसार बच्चे को अडॉप्शन एजेंसी को भेज दिया जायेगा।
- जहां बच्चे का पालन-पोषण किया जाएगा।
सुरागों के आधार पर होगी कार्रवाई : पुलिस
डीएसपी महल कलां परमिन्दर सिंह ग्रेवाल और एसएचओ महल कलां लखविन्द्र सिंह ने कहा कि थाना महल कलां में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा नंबर 65 आईपीसी धारा 317 के अंतर्गत दर्ज कर लिया गया है।
- इसके साथ ही गांव के सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जा रहा है।
- जिससे मिले सुरागों के आधार पर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।