नई दिल्ली (एजेंसी)। दुनिया की कुछ बेहतरीन यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई कर अपने कॅरियर की मजबूत नींव रखना किस स्टूडेंट का ख्वाब नहीं होता? लेकिन कई बार सात समंद्र पार स्थित इन यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के इस ख्वाब के रास्ते में मार्क्स या एंट्रेंस एग्जाम्स नहीं, बल्कि पैसा आ जाता है। विदेशी यूनिवर्सिटीज में अप्लाई करने से पहले स्टूडेंट्स को न केवल इनकी फीस, बल्कि उस देश में दो-चार साल तक रहकर पढ़ने के खर्च के बारे में भी सोचना होता है। लेकिन आपको यह जानकर शायद हैरानी हो कि ऐसे भी कुछ रास्ते भारतीय स्टूडेंट्स के लिए उपलब्ध हैं जिनके जरिए वे टॉप फॉरेन यूनिवर्सिटीज में पढ़ने का अपना सपना पूरा कर सकते हैं।
भारत से बाहर जाकर पढ़ने का प्लान है तो यह जानकारी आपके काम आएगी
- ऐसी यूनिवर्सिटीज में सीधे अप्लाई करें जहां एजुकेशन खर्चीली न हो।
- एजुकेशन एक्सचेंज प्रोग्राम्स (ईईपीज) भी सस्ती एजुकेशन पाने के अच्छे तरीके हैं। भारत सरकार ने 50 से भी अधिक देशों से शिक्षा के क्षेत्र में एमओयूज साइन किए हैं जो भारतीय स्टूडेंट्स की आंशिक या पूर्ण स्कॉलरशिप्स पाने में मदद करते हैं।
- पीएचडी व एमएस स्कॉलर्स, असिस्टेंटशिप के लिए प्रयास कर सकते हैं जिससे वे ग्रेजुएट असिस्टेंट, टीचिंग असिस्टेंट, रिसर्च असिस्टेंट व ग्रेजुएट रिसर्च असिस्टेंट बन सकते हैं।
पढ़ाई के लिए देश का चुनाव करने में मददगार होंगे ये पॉइंट्स
- आमतौर पर अलग-अलग देशों में पढ़ने के फायदे भी अलग-अलग हो सकते हैं। ऐसे में आप अपनी पसंद व परिस्थिति के अनुसार, देश का चुनाव कर सकते हैं।
- नॉर्वे व स्लोवेनिया जैसे कई देशों की यूनिवर्सिटीज में फीस काफी कम होती है। आप ऐसे देशों में पढ़ाई करने का विचार कर सकते हैं। साथ ही अगर भाषा आपके लिए रुकावट नहीं है तो आप जर्मनी व ब्राजील का भी रुख कर सकते हैं।
- यूएस में आमतौर पर एमएस के लिए स्कॉलरशिप मिलने की संभावना एमबीए से कहीं अधिक होती है। ऐसे में अपनी डिग्री और उसके लिए स्कॉलरशिप मिलने की संभावना के अनुसार, देश व यूनिवर्सिटी का चुनाव करें।
- जर्मनी के फ्री अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम्स के बारे में तो कई स्टूडेंट्स जानते हैं, लेकिन फ्रांस के प्रोग्राम्स के बारे में स्टूडेंट्स इतना नहीं जानते, जहां इंटरनेशनल स्कॉलरशिप की संख्या में पिछले कुछ समय में काफी उछाल आया है। ऐसे में सही यूनिवर्सिटीज सलेक्ट करना बहुत महत्वपूर्ण है।
- अगर आप कनाडा या न्यूजीलैंड जाने की सोच रहे हैं तो बीस घंटे प्रति सप्ताह तक का पार्ट-टाइम वर्क आपकी स्टूडेंट वीजा पाने में काफी मदद कर सकता है। इससे आप अपनी ट्यूशन फीस को काफी हद तक कवर कर सकते हैं।
- जर्मनी, पोलैंड, स्लोवेनिया व नॉर्वे में आपको फीस से छूट मिल सकती है।
- न्यूजीलैंड व कनाडा में वर्क-स्टडी अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है जिसके जरिए आप ट्यूशन फीस से बच सकते हैं या स्पॉन्सर्ड एजुकेशन भी प्राप्त कर सकते हैं।
- स्वीडन व नॉर्वे जैसे देशों में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए गवर्नमेंट-फंडेड स्कॉलरशिप एक अच्छा सहारा बन सकती हैं।
- यूएस में आपको स्कॉलरशिप्स मिलने की अच्छी संभावनाएं होती हैं। ऐसे में कैरियर में जल्दी अप्लाई करने से भी आपको अच्छी स्कॉलरशिप मिल सकती हैं।
पीटीई के लिए ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
- 1. पीटीई की ऑफिशल वेबसाइट पर जाएंगे और Create your account पर क्लिक करें
- 2. पासपोर्ट के मुताबिक अपनी पर्सनल डीटेल डालें
- 3. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद दो दिनों के अंदर आपको मेल आएगा जिसमें लॉगिन डीटेल होगा
- 4. लॉगिन डीटेल मिलने के बाद पीटीई की वेबसाइट पर जाएं और Sign in पर क्लिक करकें लॉगिन डीटेल्स डालें। उसके बाद Schedule exam पर क्लिक करें
- 5. अपने लोकेशन के मुताबिक, अपना मनपसंद टेस्ट सेंटर चुनें
- 6. उसके बाद उपयुक्त तारीख और समय चुनें
- 7. अपना लोकेशन, डेट और टाइम कन्फर्म करने के बाद आपसे कुछ सवाल पूछे जाएंगे
- 8. अगले स्टेप में भुगतान करें
- 9. आपकी बुकिंग पूरी होने पर आपको एक मेल मैसेज आएगा, जिसमें टेस्ट सेंटर के स्थान का उल्लेख होगा।
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