दो दिवसीय हड़ताल में गरजे बैंक कर्मी, अटका 700 करोड़ का लेन-देन (Indefinite strike )
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शहर में सरकार के खिलाफ किया रोष प्रदर्शन
रोहतक (सच कहूँ न्यूज)। यूनाइटिड फोरम बैंक यूनियन के आह्वान पर शनिवार को दूसरे दिन भी बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहे। बैंकों की हड़ताल के चलते जिले में लगभग सात सौ करोड़ रुपए का लेन देन प्रभावित हुआ। साथ ही उपभोक्ताओं को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शनिवार को यूएफबीयू से संबंधित नौ बैंक यूनियन के कर्मचारी भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के सामने एकत्रित हुए और शहर में सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। बैंक कर्मचारियों की मांगों में बैंकों में विलय प्रक्रिया बंद हो, कर्मचारियों की बीस प्रतिशत वेतन वृद्धि, सप्ताह में पांच दिन कार्यदिवस हो, नई पेंशन स्कीम बंद हो, समान काम समान वेतन, पारिवारिक पेंशन में वृद्धि प्रमुख है।
बैंक कर्मचारियों की वेतन वृद्धि 1 नवंबर 2017 से देय है
बैंक कर्मचारी का आरोप है कि आईबीयू कर्मचारियों को केवल 12.25 प्रतिशत वृद्धि देने पर अड़ा हुआ था, जबकि यूएफबीयू बीस प्रतिशत वेतनवृद्धि की मांग कर रहा था। इंडियन नैशनल बैंक एंप्लाइज फेडरेशन के उपमहासचिव एन.के. टेहरी ने बताया कि जिले में दो दिवसीय हड़ताल पूरी तरह से कामयाब रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगों का समाधान नहीं किया तो बैंक कर्मचारी एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
- इस हड़ताल में यूएफबीयू से बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों की नौ यूनियनें जुड़ी हुई है।
- टेहरी ने बताया कि बैंक कर्मचारियों की वेतन वृद्धि 1 नवंबर 2017 से देय है।
- पिछले तीन महीनों से शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण वार्ता के दौर में बैंक यूनियनें शामिल हुई।
- आईबीयू के अडियल रवैये के चलते बैक कर्मचारी हडताल करने पर मजबूर है।
- बैंक उपभोक्ताओं का कहना है ।
- अगर इसी तरह बैक कर्मचारी भी हड़ताल करते रहे तो देश की अर्थव्यवस्था और बिगड़ जाएगी।
- सरकार को तुंरत हड़ताली कर्मचारियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
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