प्रॉजेक्ट पर काम तेजी से जारी, मार्च 2020 तक काम पूरा होंने की उम्मीद |Underwater Metro
Edited By Vijay Sharma
नई दिल्ली (सच कहूँ डेस्क)। अब तक आपने मेट्रो को जमीन के ऊपर (एलिवेटेड) और अंडरग्राउंड (Underwater Metro) चलते देखा है, लेकिन बहुत जल्द भारत में अंडरवॉटर मेट्रो भी दौड़ेगी। कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (KMRC) बहुत जल्द हुगली नदी के भीतर मेट्रो चलाने जा रही है। ईस्ट-वेस्ट प्रॉजेक्ट पर काम बहुत तेजी से जारी है और उम्मीद की जा रही है कि मार्च 2020 तक यह काम पूरा हो जाएगा। जिसके बाद सफर करने वाले अंडरवॉटर मेट्रो सवारी का रोमांचक अनुभव उठा पाएंगे। इस प्रोजेक्ट के चीफ इंजीनियर विश्वनाथ दीवानजी ने बताया कि हमने इसके लिए 13 देशों के अंडरवाटर टनल प्रोजेक्ट की स्टडी की। उनके इंजीनियरों से चुनौतियों और खतरे समझे। टनल की डिजाइनिंग और प्लानिंग में ही करीब एक साल का वक्त लग गया। मजबूत प्लानिंग का नतीजा यह रहा कि 520 मीटर लंबी टनल बनाने में महज 66 दिन लगे।
8600 करोड़ में तैयार हुआ प्रॉजेक्ट |Underwater Metro
भारत की सबसे पहली मेट्रो की शुरुआत 1984 में कोलकाता में हुई थी। यह नॉर्थ-साउथ मेट्रो थी। ईस्ट-वेस्ट मेट्रो की शुरुआती लागत 4900 करोड़ रुपये थी और यह 14 किलोमीटर लंबा था। बाद में बदलाव और लेट होने के कारण यह दूरी 17 किलोमीटर हो गई और प्रॉजेक्ट की लागत 8600 करोड़ रुपये पहुंच गई।
नदी के पानी का प्रेशर बर्दाश्त करने वाली मशीन जर्मनी से आई |Underwater Metro
इस काम के लिए ऐसी मशीन की जरूरत थी, जो ऊपर से पड़ने वाला नदी के पानी का प्रेशर बर्दाश्त कर सके और यह हमने जर्मनी से बनवाकर मंगवाई। इसके लिए तीन शिफ्टों में 1500 लोगों ने बिना थके और रुके काम किया। हर दिन 150 ट्रक मलबा निकाला गया ताकि काम सुचारु चल सके। नदी में 36 मीटर की गहराई में बढ़ता तापमान और ऑक्सीजन की कमी भी बड़ी चुनौतियों में एक थी। इसके लिए अलग से ऑक्सीजन डाला गया। यह तापमान 50 डिग्री सेल्सियस नीचे तक चला जाता है, इससे वातावरण बहुत गर्म हो जाता है। आपात स्थिति के लिए पर्याप्त फायर अलार्म लगाए गए हैं। रेस्क्यू टीम और निकासी मार्ग अलग बनाए गए हैं, ताकि ये आपस में न टकराए।
टनल कोलकाता को हावड़ा से जोड़ेगी, दो फेज में मेट्रो का निर्माण
- कोलकाता मेट्रो का निर्माण दो फेज में किया जा रहा है।
- इसकी कुल लंबाई 16 किमी. होगी।
- पहला चरण साल्ट लेक सेक्टर 5 से साल्ट लेक स्टेडियम 5.5 किमी. तक है।
- दूसरा फेज अंडरग्राउंड मेट्रो का 11 किमी. लंबा है।
- यह मेट्रो फूल बगान से हावड़ा स्टेशन तक चलेगी।
- ट्रैक बिछाने का काम शुरू हाे चुका है।
- साथ ही स्टेशनों का निर्माण भी चल रहा है।
- इस लाइन को 2021 में चालू करने का लक्ष्य है।
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