विधायकों को बुलाया था चाय पर, नहीं कोई विरोधाभास (Meeting)
अश्वनी चावला/सच कहूँ चंडीगढ़। मंत्री बनने के पश्चात आजाद विधायकों के साथ कोई खास मीटिंग (Meeting) नहीं हो पाई थी, जिसके चलते ही उन्होंने कुछ विधायकों को अपने पास चाय पर बुलाया था। ये बात बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि किसी भी मंत्री द्वारा विधायकों को चाय पर बुलाना कैसे गलत है, जैसी कि चर्चा में चल रही है। उन्होंने मीडिया को आगाह किया कि वह बात की तह में जरूर जाए। बिना किसी बात के राई का पहाड़ न बनाए। मनोहर सरकार को लेकर विधायकों में कोई विरोधाभास नहीं है, ये महज मीडिया की अटकलें भर हैं।
चाय पर किसी विधायक या आम इंसान को बुलाना बुरी बात नहीं है
- वह भी एक मंत्री बनने से पहले विधायक ही हैं।
- कुछ साथी विधायकों को उन्होंने गेट टु गेदर करने के लिए चाय पर बुलाया था।
- उसी दौरान कुछ बातें हुई हैं, जिस का गलत मतलब निकाला जा रहा है।
- इस दौरान किसी भी तरह के विरोध या फिर सरकार के प्रति कोई बातचीत ही नहीं हुई है।
- तो विरोधाभास का तो सवाल ही पैदा नहीं होता।
गौरतलब है कि महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के विरुद्ध मामला दर्ज होने के पश्चात हरियाणा के कुछ आजाद विधायकों की तरफ से बलराज कुंडू के पक्ष में आवाज उठाने की खबरें आई थी। इसमें विधायकों द्वारा बलराज कुंडू पर मामले दर्ज होने पर नाराजगी जताने की बातें कही जा रही हैं। विधायक बलराज कुंडू ने तो पहले ही मामला नहीं निपटने की सूरत में मनोहर लाल खट्टर की सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में बिजली मंत्री व आजाद विधायक रंजीत सिंह की अगुवाई में निर्दलीय विधायकों की मीटिंग (Meeting) होने से अटकलें तेज हो गई थी।
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