पिछले 4 साल से राज्य सरकार कर रही प्रयास, सिरे नहीं चढ़ी योजना
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उत्तरी भारत में सिर्फ हरियाणा रोडवेज पीछे
अश्वनी चावला/सच कहूँ चंडीगढ़। इलेक्ट्रॉनिक टिकट के मामले में हरियाणा सरकार फेल होती नजर आ रही है। हालांकि ऐसा नहीं है कि हरियाणा सरकार की तरफ से रोडवेज की बसों में इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन लगाने के बारे में विचार न किया हो। सरकार की तरफ से इस संबंध में विचार तो हर साल होता रहा है। लेकिन यह विचार चर्चा एक प्लानिंग फाइल तक ही सीमित चलती आ रही है। जिसके चलते अभी तक भी इलेक्ट्रॉनिक टिकट के मामले में हरियाणा रोडवेज उत्तरी भारत में सबसे पीछे है। हरियाणा से सटे पंजाब, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और यहां तक कि दिल्ली में भी रोडवेज की लगभग सभी बसों में पुराने जमाने की पंचिंग टिकट काटने की जगह इलेक्ट्रॉनिक मशीन से ही टिकट काटी जा रही हैं।
- इस एडवांस टेक्नोलॉजी के जमाने में आज भी हरियाणा रोडवेज की बसों में दशकों पुराने ढर्रे पर चलते हुए टिकट को पंच कर कर काटा जा रहा है।
- जिसको लेकर हरियाणा रोडवेज के मुलाजिम भी हरियाणा सरकार से नाराज चल रहे हैं।
- हरियाणा सरकार ने पिछले चार साल में कई बार ऐलान किया ।
- जल्द ही इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन की खरीद का आॅर्डर दिया जा रहा है ।
- अगले कुछ ही महीनों में इलेक्ट्रॉनिक टिकट का काम सभी बसों में शुरू हो जाएगा।
- लेकिन इन वायदे और ऐलानों पर अमल नहीं हुआ है।
मंत्री का दावा अगले 6 महीने में मशीनों से कटेगी टिकट
हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने दावा किया है कि उनके द्वारा विभाग संभालने के पश्चात इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन को लेकर मीटिंग में हो चुकी है और जल्द ही इस मामले में वह टेंडर देने जा रहे हैं। इस टेंडर जारी होने के पश्चात 6 महीने के अंदर अंदर हरियाणा रोडवेज की हर बस में पंचिंग से टिकट काटने का काम बंद हो जाएगा और सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक मशीन से ही टिकट काटी जाएगी। उन्होंने दावा किया है कि पुराने समय में क्या हुआ इस बारे में तो वह नहीं जानते हैं।
15 लाख लोग रोजाना करते हैं 4000 बसों में यात्रा
हरियाणा रोडवेज में रोजाना प्रदेश व प्रदेश के बाहर के लगभग 15 लाख से ज्यादा लोग सफर करते हैं। इन लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम हरियाणा रोडवेज की चार हजार के करीब बसें कर रही हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के सफर करने के चलते सबसे ज्यादा दिक्कत बस कंडक्टर को आ रही है। क्योंकि छोटे रूट में टिकट काटने का काम पंचिंग मशीन से काफी देरी से होता है। जिस कारण कई यात्रियों के टिकट कटने में ही देरी हो जाती है। अगर इलेक्ट्रॉनिक मशीन से टिकट काटने का काम शुरू हो जाए तो निश्चित समय से पहले ही यात्रियों की टिकट काटी जा सकती है।
इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन से कंडक्टरों को होगा फायदा
हरियाणा रोडवेज इंटक के प्रवक्ता नसीब जाखड़ ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन से सबसे ज्यादा कंडक्टर को फायदा होगा। इसलिए यह बात बेमानी है कि हरियाणा रोडवेज के कंडक्टर इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन से टिकट काटने के पश्चात कलेक्टर के द्वारा बनाई जाने वाली लिस्ट में काफी आसानी हो जाती है। क्योंकि बस का रूट खत्म होने के पश्चात टिकटों का हिसाब-किताब का चार्ट बनाना होता है। जिसको बनाने में ही कंडक्टर का काफी समय खराब हो जाता है और कई बार गलती भी हो जाती है। इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन से इस तरह के चार्ट बनाने से जहां निजात मिलेगी। वहीं गलती रहने का कोई सवाल ही नही उठता है।
टिकट न काटने के लगते रहे हैं आरोप
- हरियाणा रोडवेज में हाथ से काटने वाली पंचिंग टिकट के चलते आरोप लगता रहा है
- कि कंडक्टर पूरी बस की टिकट नहीं काटता बल्कि कुछ लोगों से पैसे लेकर टिकट नहीं देते थे।
- जिसकी विभाग को भनक तक नहीं लगती थी।
- ज्यादातर रूट में सवारी बहुत कम दिखाई जाती थी।
- जबकि बसें भरकर चलती थीं।
- चोरी चकारी को खत्म करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन लाने के विचार शुरू हुए था।
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