पुलिस ने गहन जांच के बाद किया खुलासा (False case)
युवती ने कई लोगों पर दर्ज करवाए थे केस
गुरुग्राम (सच कहूँ न्यूज)। युवक पर रेप का झूठ मुकदमा दर्ज कराना युवती को (False case) महंगा पड़ गया। जांच में सभी तथ्यों पर जब गौर किया गया तो पता चला कि युवती ने दिल्ली में भी कई लोगों पर इस तरह के आरोप लगाकर केस दर्ज कराये हैं। युवक पर लगे आरोपों को झूठा पाये जाने के बाद गुरुग्राम में युवक पर दर्ज केस रद्द कर दिया गया है। आपको बता दें कि एक युवती द्वारा गुरुग्राम के थाना सेक्टर-53 में शिकायत देकर कहा कि वह गुरुग्राम में नौकरी करती है। बीती मई-2019 को उसे एक युवक ने अपनी कार में लिफ्ट दी। उसके बाद वह युवक उसे एक बार उसके आॅफिस में भी लेने आया और घर छोड़ने गया तो डीएलएफ फेस-5 के आस-पास गाड़़ी रोककर उसके साथ जबरदस्ती रेप किया।
- युवती ने आरोप लगाया कि युवक उसे लगातार डराने धमकाने लगा और फोन पर भी धमकियां देने लगा।
- इस शिकायत पर पुलिस ने युवक के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
मेडिकल कराने से किया था इंकार
जांच का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए पुलिस शिकायत करने वाली युवती को सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल में मेडिकल परीक्षण के लिए लेकर गई। वहां पर युवती ने मेडिकल परीक्षण कराने से इंकार कर दिया। उसके बाद पुलिस युवती को अदालत में बयान दर्ज कराने लेकर गई तो युवती ने अपना मानसिक संतुलन सही नहीं होने की बात कहकर बयान दर्ज नहीं कराये। पुलिस 19 अगस्त 2019 को फिर से युवती को मेडिकल परीक्षण के लिए लेकर गई और उसका मेडिकल परीक्षण कराया। फिर अदालत में बयान दर्ज कराये और मेडिकल सेंपल निरीक्षण के लिए एफएसएल को भेजे गये।
कई थानों में दर्ज करवाई थी एफआईआर
- पुलिस द्वारा इस मामले में जब जांच को आगे बढ़ाया तो पुलिस भी चौंक गई।
- जिस युवती ने गुरुग्राम में युवक के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराया था ।
- उसने पूर्व में दिल्ली के कई थानों में भी इस तरह के मामले दर्ज करा रखे हैं।
- दिल्ली पुलिस से संपर्क करने के बाद पता चला कि यह युवती झूठे आरोप लगाने में माहिर है।
दोनों के आरोपों व बयानों में मिला अंतर
गुरुग्राम में युवती द्वारा इस मामले में युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी, उस युवक को भी जांच में शामिल किया गया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि उस पर भी लगाए गए आरोप बेबुनियाद है। आरोपी के ब्यानों की और शिकायतकर्ता युवती द्वारा लगाए गए आरोपों को भी पुलिस टीम द्वारा मिलान करके उनकी पुष्टि के लिए पुलिस टीम द्वारा पुलिस तकनीकी की सहायता ली गई। इसमें युवती द्वारा लगाए गए आरोप झूठे व बेबूनियाद मिले। पुलिस द्वारा अपनी जांच में पाए गए तथ्यों के बारे उच्च अधिकारियों को भी बतलाया गया। इसके बाद युवक पर दर्ज किए गए मामले को रद्द कर दिया गया।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।