मामला: पंजाब सरकार ने लगवाए इंटरनेशनल एयरपोर्ट मोहाली के साईन बोर्ड
-
हरियाणा खुफिया विभाग रहा सुस्त, कानों-कान नहीं लगी खबर
-
चंडीगढ़ प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
अश्वनी चावला/सच कहूँ चंडीगढ़। चंडीगढ़ अंतरराष्टय हवाई अड्डा कब इंटरनेशनल एयरपोर्ट मोहाली हो गया, इसके बारे में हरियाणा को कानों कान खबर तक ही नहीं पड़ी। वहीं हरियाणा की खुफिया एजेंसी इस मामले में पूरी तरह से सुस्त नजर आई है। हालांकि हरियाणा सरकार ने इस हरकत को गैर जिम्मेदाराना माना है। इसके बावजूद चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम आज भी केन्द्र सरकार के कागजों में अंतरराष्टÑीय हवाई अड्डा चंडीगढ़ ही है। लेकिन एयरपोर्ट का गेट पंजाब की तरफ होने के चलते सरकार ने इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ने वाली सभी सड़कों पर लगे साइन बोर्ड को बदलकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट मोहाली कर दिया है। जिसके चलते इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तरफ जाने वाले सभी मुसाफिरों को लगा कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब चंडीगढ़ की जगह मोहाली के नाम हो गया।
- पंजाब के पीडब्ल्यूडी मंत्री विजेंदर सिंगला इसे गलत नहीं मान रहे हैं।
- इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट का असली हकदार तो पंजाब ही है
- यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट मोहाली की सरजमी पर स्थित है
- मोहाली ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पीछे आना चाहिए
- पीडब्ल्यूडी की तरफ से सभी सड़कों पर लगाए गए साइन बोर्ड भी इसी नाम से ही चलते रहेंगे।
पंजाब के बराबर है हरियाणा की हिस्सेदारी
चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट में पंजाब के बराबर हरियाणा सरकार ने भी अपना हिस्सा दिया है। ऐसा नहीं है कि मोहाली क्षेत्र पड़ने के चलते पंजाब की ही ज्यादा हिस्सेदारी है। चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बनाने के लिए 49% के तहत हरियाणा व पंजाब की तरफ से अपनी हिस्सेदारी का 24.5-24.5% स्टेक दिया गया था। जबकि एयरपोर्ट अथॉरिटी आॅफ इंडिया की तरफ से 51 पर सेंट स्टेक दिया हुआ है। जिस कारण जितनी हिस्सेदारी इस चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट में पंजाब की है, उसके बराबर ही हरियाणा की है। जिसके चलते पंजाब की तरफ से नाम बदलने को लेकर उठाया गया कदम न सिर्फ गैर जिम्मेदाराना है, बल्कि नियमों के पूरी तरह विपरित है।
शहीद भगत सिंह के नाम पर दोनों सरकारें राजी
शहीद भगत सिंह के नाम को लेकर हरियाणा व पंजाब सरकार की तरफ से लगभग अपना राजीनामा दिया हुआ है। हालांकि पहले हरियाणा चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट को किसी और नाम से बदलाव आना चाहता था। परंतु बाद में दोनों सरकारों के बीच बातचीत होने के बाद शहीद भगत सिंह पर लगभग सहमति बन गई थी। इसके साथ ही यह भी तय हुआ था कि इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ कहीं भी मोहाली नहीं लगेगा। इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट चंडीगढ़ ही होना चाहिए।
चंडीगढ़ प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
पंजाब की तरफ से की गई इस हरकत को लेकर चंडीगढ़ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए पंजाब सिविल एविएशन विभाग को पत्र लिखकर इस मामले में तुरंत जांच करते हुए रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है। चंडीगढ़ प्रशासन ने इस पत्र में स्पष्ट कहा है कि जो उनके पास जानकारी पहुंच रही है। उस मामले में तुरंत कार्रवाई की जाए।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।