लोकसभा में आसान लेकिन राज्यसभा में होगी चुनौती | Rajya Sabha
जेडीयू, वाईएसआर कांग्रेस, टीआरएस और शिवसेना के रुख अहम
सरसा (सच कहूँ डेस्क)। लोकसभा में सोमवार देर रात भारत की नागरिकता देने वाला विधेयक पारित कर दिया। अब सबकी नजरें राज्यसभा में टिकी हुई है। क्या राज्यसभा (Citizenship amendment bill in the Rajya Sabha) में भी सरकार इस बिल को पारित करा देगी? सरकार बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक को राज्यसभा में पेश करेगी। लोकसभा में विधेयक के पक्ष में 311 और विपक्ष में 80 मत पड़े। राज्यसभा में इस बिल को पास कराना मोदी सरकार के लिए कड़ी चुनौति होगी।
गौरतलब है कि राज्यसभा में कुल सदस्य 245 हैं, लेकिन पांच सीटें रिक्त हैं, जिसके चलते कुल सदस्यों की संख्या 240 है। मतलब अगर सदन के सभी सदस्य मतदान करें तो बहुमत के लिए 121 वोट की जरूरत पड़ेगी। आइयें जानते हैं कि राज्यसभा में सरकार और विपक्ष के पास संख्या बल का आंकड़ा।
राज्यसभा में सरकार का आंकड़ा | Rajya Sabha
नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित होने के बाद राज्यसभा में आंकड़ोंको देखें तो यह संख्या बल 121 है। भाजपा के 83, बीजेडी के 7, एआइएडीएमके 11, अकालीदल 3, शिवसेना 3, जेडीयू 6, वाईएसआर कांग्रेस 2, एलजेपी 1, आरपीआई 1 और 4 नामित राज्यसभा सदस्य हैं।
राज्यसभा में विपक्ष की स्थिति | Rajya Sabha
विपक्ष राज्यसभा में इस विधेयक को रोकने में बहुत मजबूत स्थिति में नजर नहीं आ रहा है। राज्यसभा में कांग्रेस 46, टीएमसी 13, सपा 9, वामदल के 6 और डीएमके के 5 और आरजेडी, एनसीपी और बसपा के 4-4 सदस्य हैं। इसके के अलावा टीडीपी के 2, मुस्लिम लीग के 1 पीडीपी के 2, जेडीएस के 1, केरल कांग्रेस के 1 और टीआरएस के 6 सदस्य हैं। इस तरह विपक्ष के पास 100 सदस्य होते हैं।
इन दलों पर होगी नजर | Rajya Sabha
गौरतलब है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के साथ खड़े दलों के अलावा राज्यसभा में 19 सदस्य बचते हैं। इनके रुख पर भी बहुत कुछ निर्भर करेगा। इनमें असम गण परिषद के 1, बोडोलैंड पीपुल फ्रंट के 1, एमडीएमके 1, नागा पीपुल्स के 1, पीएमके के 1 और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के 1 राज्यसभा सदस्य हैं। इसके अलावा 6 राज्यसभा सदस्य निर्दलीय और अन्य के हैं।
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