पुलिस उप कप्तान संजीव गोयल ने फूलों के साथ सजी एंबुलेंस को हरी झंडी देकर किया रवाना | Welfare Work
- सरदूलगढ़ में हुआ 38 वां शरीरदान
सरदूलगढ़(सच कहूँ/गुरजीत सिंह )। डेरा श्रद्धालु तारावंती इन्सां (72) पत्नी चरंजी लाल के (Welfare Work) मरणोपरांत पारिवारिक सदस्यों की ओर से उनके पार्थिव शरीर को मैडीकल रिसर्च के लिए आदेश मेडीकल इंस्टीट्यूट बठिंडा को दान कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में इससे पहले 37 शरीरदान हो चुके हैं जबकि यह 38वां शरीरदान हुआ है। शरीरदानी के बेटे महेन्दरपाल अरोड़ा ने बताया कि उनके माता जी लगभग 40 सालों से डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु हैं। डेरा सच्चा सौदा की पवित्र शिक्षाओं पर चलते उनकी आखिरी इच्छा थी कि उनके मरणोपरांत भी उनकी देह मानवता के काम आ सके, जिस कारण उन्होंने शरीरदान करने संबंधी फार्म भरे हुए थे।
इस मौके शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैलफेयर फोर्स विंग के नेतृत्व में पुलिस उप कप्तान संजीव गोयल ने फूलों के साथ सजी एंबुलेंस को हरी झंडी देकर मृत देह को आदेश मैडीकल इंस्टीट्यूट बठिंडा के लिए रवाना किया। इस मौके तारावंती इन्सां के बेटे महेन्दरपाल, पुत्रवधू वीना रानी, अशोक कुमार पुत्रवधू प्रिंका रानी, लड़कियां संतोष रानी, नीलम रानी के अलावा ब्लॉक भंगीदास गुरदेव इन्सां, शगन लाल अरोड़ा, अशोक कुमार मेशी, संतोष रानी, नीलम रानी, शहरी भंगीदास संजीव कुमार इन्सां, गुरदेव सिंह इन्सां, प्रदीप सिंह इन्सां, अलका रानी और बड़ी संख्या में डेरा श्रद्धालु उपस्थित थे।
यह कार्य अति प्रशंसनीय : एसडीएम
- एसडीएम सरदूलगढ़ राजपाल सिंह ने प्रशंसा करते कहा कि
- हमें मृत शरीर को दफन या जलाने की बजाय मैडीकल रिसर्च के लिए
- दान करने के लिए आगे आना चाहिए,
- जिस तरह आज तारावंती इन्सां के परिवार ने अपने पारिवारिक सदस्य का शरीरदान किया है
- यह कार्य अति प्रशंसनीय है।
- क्षेत्रीय समाजसेवी प्रो. बिक्करजीत सिंह साधूवाला ने कहा कि रक्तदान व
- मरणोंपरांत शरीरदान प्रति जितना योगदान डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु दे रहे हैं।
- हमारी समय समय की सरकारें और समाजसेवी संस्थाओं को आज भी इनसे सीखने की जरूरत है।
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