बेटियों के लिए तैयार किया जाएगा भयमुक्त, स्वस्थ व सुरक्षित वातारण होगा सर्वांगीण विकास | Pilot project
बांसवाड़ा (एजेंसी)। प्रदेश के 10 कन्या महाविद्यालयों में ( Pilot project ) उड़ान केंद्रों की स्थापना की जाएगी। इन केंद्रों में छात्राओं को आत्मरक्षा से लेकर कौशल विकास तक हर प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कॉलेज आयुक्तालय ने इसके लिए सरकारी कॉलेजों को दिशा-निर्देश दिए हैं। जिला मुख्यालय पर संचालित हरिदेव जोशी कन्या महाविद्यालय को फिलहाल इस योजना में स्थान नहीं मिला है। ऐसे में जनजाति अंचल की प्रतिभावान छात्राओं को केन्द्र के लिए इंतजार करना होगा। आयुक्तालय ने स्पष्ट किया है कि जिन महाविद्यालयों का इस योजना के प्रथम चरण में चयन नहीं हुआ है, वह अपने स्तर पर महिला विषयक प्रशिक्षण एवं संवाद कार्यक्रम आयोजित करा सकेंगे।
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दस कन्या कॉलेजों को चुना गया
आयुक्तालय कालेज शिक्षा ने इंदिरा प्रियदर्शनी स्वर्णिम उड़ान केंद्र योजना शुरू की है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दस कन्या कॉलेजों को चुना गया है। इनमें भयमुक्त, स्वस्थ व सुरक्षित वातारण के लिए वर्ष भर कार्यक्रम होंगे। प्रोजेक्ट सफल रहने पर दूसरे कॉलेजों में कार्यक्रम लागू किया जाएगा। योजना के तहत कॉलेजों में तार्किक आधार पर चयन कर महाविद्यालय स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये कार्यक्रम कॉलेज समय के बाद या पहले दिया जाएगा। कॉलेज प्रिंसीपल अपने क्षेत्र के एनजीओ व स्वैच्छिक संस्थाओं की सहायता से प्रशिक्षण व संवाद कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इन केंद्रों का समन्वय महिला शिक्षक ही करेंगी।
इन जिलों में प्रोजेक्ट, यह होंगे कार्यक्रम
यह पायलट प्रोजेक्ट बारां, अलवर, भरतपुर, उदयपुर,अजमेर, कोटा, बीकानेर, भीलवाड़ा, बाड़मेर तथा चित्तौडगढ़़ के राजकीय कन्या महाविद्यालय में चलाया जाएगा। इसमें कम्प्यूटर प्रशिक्षण, रोजगारोन्मुख शिक्षा केंद्रित प्रशिक्षण, आत्मरक्षा व स्वास्थ्य ज्ञान, महिला अधिकार व घरेलू हिंसा कानून जागरुकता, कार्यस्थल पर यौन शोषण रोकथाम व पोक्सो एक्ट की जानकारी, बाल व महिला तस्करी व कानून, बाल विवाह रोकथाम व महिला शिक्षा जागरुकता आदि कार्यक्रम होंगे।
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