कैफे कॉफी डे के फाउंडर वीजी सिद्धार्थ सोमवार को लापता हुए, बुधवार को नदी में शव मिला
- श्रृंगेरी के विधायक टीडी राजेगौड़ा का बयान- सिद्धार्थ आयकर विभाग के उत्पीड़न से परेशान थे
मेंगलुरु। कैफे कॉफी डे के फाउंडर वीजी सिद्धार्थ की मौत के मामले में श्रृंगेरी के विधायक टीडी (MLA friend Siddhartha was not disturbed if he was alive) राजेगौड़ा ने बुधवार को कहा कि सिद्धार्थ आयकर विभाग के उत्पीड़न से परेशान थे। राजेगौड़ा ने बताया कि सिद्धार्थ 40 साल से पारिवारिक मित्र और सहयोगी थे। राजेगौड़ा के मुताबिक सिद्धार्थ लापता होने से 4-5 दिन पहले परेशान थे। कर्ज चुकाने के लिए वे अपनी संपत्तियां बेचना चाहते थे। उनकी संपत्तियों की वैल्यू देनदारियों से ज्यादा है। अगर उन्हें परेशान नहीं किया जाता तो वे आज जिंदा होते। सिद्धार्थ ने 27 जुलाई के पत्र में आयकर विभाग की कार्रवाई का जिक्र किया था
राजेगौड़ा का कहना है कि सिद्धार्थ ने देश की अर्थव्यवस्था और कर्नाटक के लिए भी काम किया था। उन्होंने ग्रामीण इलाके के 30-35 हजार गरीब लोगों को रोजगार दिया था। सिद्धार्थ का शव बुधवार को मेंगलुरु की नेत्रावती नदी में मिला। वे सोमवार को लापता हुए थे। 27 जुलाई को स्टाफ के नाम लिखे पत्र में सिद्धार्थ ने आयकर विभाग के पूर्व डीजी द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। इस साल जनवरी में आयकर विभाग ने सिद्धार्थ के शेयर अटैच किए थे। उनका कहना था कि इस कार्रवाई की वजह से नकदी का संकट हो गया। हालांकि, आयकर विभाग ने मंगलवार को प्रेस रिलीज में कहा था कि सिद्धार्थ के खिलाफ कार्रवाई नियमानुसार की गई थी।
उधर, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया है कि वे उन लोगों को धोखा दे रहे हैं जिन्होंने स्वतंत्र और परेशानी मुक्त अर्थव्यवस्था के लिए वोट दिया था। कांग्रेस ने लोकसभा में भी सिद्धार्थ का मुद्दा उठाया।