इतना है बताना, हेपेटाइटिस को है भगाना
विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर सीएचसी जाखल ने स्कूली बच्चों को लेकर जागरूकता रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया। इस दौरान स्वास्थ्य निरीक्षक रमेश कुमार ने इस जानलेवा बीमारी की रोकथाम के बारे में भी जानकारी दी। हेल्थ इंस्पेक्टर रमेश ने जागरूकता रैली से पूर्व बताया कि हेपेटाइटिस पांच प्रकार का होता है। इसमें हेपेटाइटिस ए तथा ई दूषित भोजन व जल से होता है। यह पीलिया का रूप है।
इसका सही इलाज होने पर संक्रमण करीब छह महीने में समाप्त हो जाता है
उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस बी व सी ज्यादा खतरनाक होता है। यह या तो संक्रमित रक्त चढ़ने या फिर असुरक्षित यौन संबंधों के कारण भी हो सकता है। हेपेटाइटिस बी से बचाव के लिए टीका भी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस सी के इलाज के लिए अभी तक कोई टीका नहीं बना है। इसका इलाज भी काफी महंगा है।
इस भयानक बीमारी से समय रहते सही इलाज होने पर मरीज को बचाया जा सकता है। आम तौर पर हेपेटाइटिस का पता समय पर नहीं चलता। जब तक इसका असर दिखता है, काफी देर हो चुकी होती है। इसलिए जरूरी है कि मरीज स्वयं सावधान रहे। हेल्थ इंस्पेक्टर से हेपेटाइटिस के कारणों और बचाव को जानने के बाद छात्र-छात्राएं ने लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से रैली निकाली। रैली सरकारी माध्यमिक विद्यालय जाखल गांव से शुरू मुख्य सेंटर हस्पताल में आकर समाप्त हुई। रैली में परविन्द्र कौर एएनएम, रमनप्रीत सिह एचएसआई, दिनेश कुमार , बीरपाल, मुख्याध्यापक वजीर सिंह, अनीता देवी, गीता देवी, उर्मिला देवी, प्रेमलता, बबली देवी, और गीता देवी सहित अन्य ने भाग लिया।