राजगोपाल ने 18 साल पहले अपने कर्मचारी की हत्या की थी
चेन्नई (एजेंसी)। सर्वणा भवन रेस्टोरेंट चेन के मालिक पी राजगोपाल का गुरुवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। वे 72 साल के थे। राजगोपाल को एक कर्मचारी के अपहरण और हत्या के मामले में उम्रकैद हुई थी। पिछले हफ्ते उन्होंने सरेंडर किया था। तबीयत बिगड़ने पर सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाए गए थे। मद्रास हाईकोर्ट के निर्देश के बाद निजी अस्पताल विजया में शिफ्ट किए गए थे।
सुप्रीम कोर्ट ने उम्रकैद का फैसला बरकरार रखा था
डोसा किंग के नाम से मशहूर राजगोपाल को 2001 के अपहरण और हत्या के मामले में स्थानीय अदालत ने 2004 में दोषी ठहराते हुए 10 साल की सजा सुनाई थी। 2009 में मद्रास हाईकोर्ट ने सजा बढ़ाकर उम्रकैद कर दी। लेकिन, राजगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट से जमानत ले ली थी। इस साल मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने भी सजा बरकरार रखते हुए 7 जुलाई को सरेंडर करने के लिए कहा। राजगोपाल ने बीमारी के आधार पर सजा कुछ दिन आगे बढ़ाने की मांग की थी लेकिन खारिज हो गई। राजगोपाल ने अपने कर्मचारी प्रिंस सांताकुमार की हत्या इसलिए कर दी थी क्योंकि वे सांताकुमार की पत्नी से शादी करना चाहते थे।
सांता के ससुर 1990 में सर्वणा भवन की चेन्नई ब्रांच के असिस्टेंट मैनेजर थे। राजगोपाल ने ज्योतिषी की सलाह पर उनकी बेटी से शादी का प्रस्ताव रखा था जबकि राजगोपाल की पहले से दो पत्नियां थीं। उस वक्त लड़की 20 साल की थी। उसने राजगोपाल से इनकार कर दिया और 1999 में सांताकुमार से शादी कर ली। अभियोजन पक्ष के वकील में कोर्ट में बताया कि राजगोपाल ने 2001 में सांता और उसकी पत्नी को धमकी देकर शादी तोड़ने के लिए कहा। दोनों ने पुलिस से शिकायत की थी। कुछ दिन बाद ही सांताकुमार का अपहरण हो गया। उसकी लाश जंगल में मिली थी।
20 देशों में सर्वणा भवन के आउटलेट
तमिलनाडु के तूतीकोरीन में जन्मे राजगोपाल ने चेन्नई में किराने की दुकान से शुरुआत की थी। बाद में सर्वणा भवन रेस्टोरेंट शुरू कर इसे इंटरनेशनल चेन बना दिया। भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया समेत 20 देशों में सर्वणा भवन के आउटलेट हैं।
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