मेडिकल रिसर्च में अहम बड़ा योगदान दे रहे मलोट के डेरा श्रद्धालु
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फरवरी 2018 से अब तक 5 पुरुष व 7 महिलाएं शामिल
मलोट (सच कहूँ/मनोज)।डेरा सच्चा सौदा ब्लॉक मलोट की साध-संगत जहां मानवता भलाई कार्यों में आहूति डाल रही है वहीं मरणोंपरांत नेत्रदान कर नेत्रहीनों की जिंदगी में रौशनी व शरीर दान से मेडिकल विद्यार्थियों को मेडिकल रिसर्च करने में मदद मिल रही है। फरवरी 2018 से अब तक ब्लॉक मलोट द्वारा 12 शरीरदान किए जा चुके हैं, जिनमें 5 पुरूष व 7 महिलाएं शामिल हैं जोकि विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में नई मेडिकल रिसर्च के लिए दान किए गए हैं।
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फरवरी से अब तक ये शरीरदान हुए
9 फरवरी 2018 को माता पुष्पा रानी इन्सां (76) पत्नी दरबारी लाल का शरीरदान मदन लाल शर्मा पुत्र ब्रह्मानन्द शर्मा निवासी अबुलखुराना, 7 अप्रैल को हंसराज निवासी दशमेश कॉलोनी मलोट, 14 मई को लाल चंद इन्सां पुत्र गंगाराम निवासी पटेल नगर मलोट, 29 मई को ठाना सिंह इन्सां पुत्र मुखत्यार सिंह इन्सां निवासी अबुलखुराना, 30 मई को भगवान देवी पत्नी हंसराज गुगलानी निवासी नानक डिपो वाली गली मलोट, 19 सितम्बर को रणजीत कौर इन्सां पत्नी स्व: कपूर सिंह निवासी गांव घुम्यारा, 18 दिसंबर को लीला रानी इन्सां (65) पत्नी स्व: हंसराज निवासी गुरू नानक नगरी, मलोट व 19 मार्च 2019 को मलोट के मस्तान नगर निवासी जसवीर कौर इन्सां (63) पत्नी करनैल सिंह इन्सां, 2 अप्रैल को मलोट के रविदास नगर में रहते
मानी देवी (90) पत्नी कानाराम, 11 मई को आदर्श नगरी, गली नंबर 4 निवासी माता र्स्वणा देवी (77) पत्नी वेद प्रकाश, 26 मई को सेवक लीलू राम इन्सां निवासी पटेल नगर, गली नं: 4, मलोट, 2 जुलाई को बाबा दीप सिंह नगर निवासीहुआ है।
यह शरीरदान परिवारिक सदस्यों की आपसी सहमति से हुए हैं। जिम्मेवार रमेश ठकराल इन्सां, प्रदीप इन्सां, सत्तपाल इन्सां, गोपाल इन्सां, गुरभिन्दर सिंह इन्सां, गोरख सेठी इन्सां, विकास इन्सां व बहनों में अमरजीत कौर इन्सां, कांता शर्मा इन्सां, प्रकाश कौर इन्सां, आज्ञा कौर इन्सां, नगमा इन्सां, विजय इन्सां, रीटा गाबा इन्सां ने बताया ब्लॉक मलोट की साध-संगत पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा चलाए 134 मानवता भलाई कार्यों में अधिक से अधिक सहयोग कर रही है, जिसके अंतर्गत नेत्रदान व शरीरदान में भी अधिक से अधिक सहयोग किया जा रहा है।
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नेत्रदान व शरीरदान महा दान : डॉ. हरिन्द्र सिंह
जिला होम्योपैथिक मेडिकल अधिकारी डॉ. हरिन्दर सिंह ने कहा कि शरीरदान व नेत्रदान महा दान है। उन्होंने कहा कि डेरा श्रद्धालुओं का यह दान करना विश्व में एक महां दान है, जिससे मेडिकल के छात्राओं को नई रिसर्च करने में मदद मिल रही है।
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शरीरदान सबसे बड़ा दान : डॉ. संजीव अग्रवान
आई ज्योति मेडिकल कालेज सिरसा (हरि.) के चेयरमैन डॉ. संजीव अग्रवान ने कहा कि शरीरदान दुनिया का सब से बड़ा दान है क्योंकि शरीरदान द्वारा ही हमें अच्छी डॉक्टरी सुविधाएं मिल रही है व सभी बड़े अस्पतालों के डॉक्टर जो आज हमारा इलाज कर रहे हैं वह मृतक शरीर पर रिसर्च करके ही इतने एक्सपर्ट हुए हैं। मृतक शरीर पर ही रिसर्च कर मेडिकल विज्ञान ने बहुत अधिक तरक्की कर ली है। उन्होंने पूज्य गुरू जी का धन्यवाद किया, जिनकी प्रेरणा से डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत नेत्रदान व शरीरदान कर रही है।
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