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मां ने की वापस लौटाने की मांग
हनुमानगढ़, सच कहूँ न्यूज। एक विवाहिता ने बाल कल्याण समिति अध्यक्ष के समक्ष पेश होकर आरोप लगाया कि उसके पति ने अपने ही सात माह के दुधमुंहे बच्चे को 1 लाख 20 हजार रुपए में किसी को बेच दिया है। विवाहिता ने अपने मासूम बच्चे को वापस लौटाने की गुहार समिति अध्यक्ष से लगाई। जानकारी के अनुसार बाल कल्याण समिति अध्यक्ष से मिली सुखप्रीत कौर पत्नी सुखपाल सिंह मजहबी सिख निवासी वार्ड नम्बर तीन नई खुंजा ने बताया कि उसकी शादी तीन वर्ष पहले सुखपाल सिंह पुत्र बूटासिंह के साथ हुई थी। शादी के बाद दो साल का शिवजोत व सात माह का लवजोत पैदा हुआ। उसके पति व सास परमजीत का गांव मक्कासर के एकलव्य आश्रम में आना-जाना है।
एक दिन उसका पति व सास धोखे से उसके सात माह के पुत्र लवजोत को एकलव्य आश्रम में ले गए। उन्होंने एकलव्य आश्रम के व्यवस्थापक के साथ उसके मासूम बेटे को बेचने की योजना बनाई। इसके कुछ दिन बाद एक बच्चे का जन्मदिन मनाने के बहाने उसका पति उसे व उसके दोनों पुत्रों को धोखे से एकलव्य आश्रम ले गया। यहां धोखे से उसके छोटे पुत्र लवजोत को कृष्णा पत्नी मुकेश शर्मा, मुकेश शर्मा पुत्र मुरारीलाल निवासी वार्ड नम्बर छह नई आबादी गंधेली तहसील रावतसर को 1 लाख 20 हजार रुपए में यह कहकर बेच दिया लवजोत की माता की मृत्यु हो चुकी है। विश्वास दिलाने के लिए उसके पति व सास ने उसका झूठा मृत्यु प्रमाण पत्र भी कृष्णा व उसके पति मुकेश शर्मा को दिखाया।
सुखप्रीत कौर ने आरोप लगाया कि सोमवार को उसके पति व सास ने उसे डरा-धमकाकर कई स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिए व इसी दिन उसके हस्ताक्षकर करवाकर एक प्रार्थना पत्र हनुमानगढ़ जंक्शन पुलिस थाने में दिलवा दिया। उक्त प्रार्थना पत्र व स्टाम्प पेपर पर क्या लिखा था, उसे नहीं पता। सुखप्रीत कौर ने उसके पुत्र लवजोत की अभिरक्षा सुपुर्द करने की मांग की।
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