प्रशासन की ओर से बरती गई ढील के चलते फूटा लोगों का गुस्सा, लगाया जाम
-
पुलिस को करना पड़ा हल्का लाठीचार्ज
सुनाम, उधम सिंह वाला। आज लगातार पांचवें दिन सुनाम के पास के गांव भगवानपुरा में डेरा सेवादार बच्चे फतेहवीर सिंह की जान बचाने के लिए डटे हुए हैं वहीं दूसरी तरफ एनडीआरएफ की ओर से आज भी बच्चे तक पहुंचने में बुरी तरह असफसल रही है। जानकारी मुताबिक आज एनडीआरएफ की टीम उस बोलवैल तक नहीं पहुंच पाई थी जहां फतेहवीर सिंह फंसा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि एनडीआरएफ. की टीम की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया जा रहा कि बच्चे तक पहुंचने के लिए कितना समय ओर लगेगा या वह कहां तक पहुंच चुके हैं यह तो मिट्टी खोद कर बाहर आने वाले वॉलिटिंयरों की ओर से ही जानकारी दी जा रही है कि वास्तव में स्थिति क्या है। इस संबंधी खोदे जा रहे बोरवैल में से बाहर आए शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैलफेयर फोर्स विंग के सदस्य बूटा सिंह इन्सां ने बताया कि अंदर स्थिति जटिल बनी हुई है।
उन्होंने बताया कि जिस पाईप में फतहवीर सिंह फंसा हुआ है, वहां तक पहुंचा जा चुका है और उसे काट भी दिया गया है परंतु बच्चे की लोकेशन नहीं मिली उन्होंने बताया कि बोरवैल की गहराई लगभग 115 फुट तक की गई है। उसने बताया कि जिस पाईप में बच्चा फंसा हुआ है, वह एक तरफ से मिट्टी से बंद है, जिस कारण असली स्थिति का पता नहीं चल पा रहा है वहीं दूसरी तरफ राहत कार्याें में लगे डेरा सच्चा सौदा के सेवादार अपनी, सेवाएं बादसतूर जारी रख रहे हैं ।
-
भगवानपुरा में 1500 से 2000 तक सेवादार मौजूद हैं
इस संबंधी जानकारी देते हरिन्दर सिंह इन्सां 45 मैंबर ने बताया कि अब भी भगवानपुरा में 1500 से 2000 तक सेवादार मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि डेरा सेवादारों की ओर से दिन रात की शिफ्ट बनाकर काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लंगर बनाने, खिलाने, पानी पिलाने व अन्य काम भी सेवादारों की तरफ से सक्रियता के साथ किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम आशा कर रहे हैं कि फतेहवीर सिंह जल्द से जल्द बाहर आए व अपने जन्म दिन का तोहफा अपने परिवार और लोगों को दे।
उधर प्रशासन की ओर से डिप्टी कमिशनर संगरूर घणशाम थोरी ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते आज फिर वही बात ुदोहाराई की कि इस काम के लिए सेना की मौजुदगी संबंधी सेना के उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया था उन्होंने कहा कि यह भी स्पष्ट है कि इतनी गहराई में काम के लिए के लिए सेना के पास कोई खास उपरकण नहीं। उन्होंने बताया कि इन चीजों के लिए ही एनडीआरएफ बनाई हुई है, जिस कारण सेना को भरोसा है कि एनडीआरएफ ही इसी काम को पूरा कर सकती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से सारी स्थिति पर नजर रखी जा रही है, जब भी बच्चे को बाहर निकाला जाता है उसे तुरंत एंबुलेंस द्वारा स्थिति के हिसाब से अस्पताल में ले जाया जाएगा।
-
लोगों के सब्र का टूटा बांध, लगाया सुनाम-मानसा रोड पर जाम
आज भगवानपुरा में मौजूद हजारों लोगों का सब्र उस समय पर टूट गया जब फतेहवीर सिंह को निकालने के चल रहे कामों में एनडीआरएफ व प्रशासन की ओर से की जा रही देरी के विरुद्ध जोरदार नारेबाजी कर दी और बड़ी संख्या में लोगों ने सुनाम मानसा रोड पर जाम लगा दिया। राहत कामों के नजदीक नारेबाजी करने वालों को दूर करने के लिए पुलिस को हलका लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
यातायात जाम किए बैठे लोगों ने आरोप लगाया कि पिछले पांच दिनों से प्रशासन ने फतेहवीर सिंह संबंधी सही जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि बच्चा जिंदगी व मौत की लड़ाई लड़ रहा है परंतु प्रशासन की ओर से इस संबंधी कोई भी स्थिति स्पष्ट नहीं की जा रही। उन्होंने एनडीआरएफ के अधिकारियों पर भी आरोप लगाते कहा कि जब बोरवैल में जग्गा सिंह मिट्टी खोदने का काम तेजी के साथ कर रहा था तो उसे काम करने से क्यों हटाया गया उन्होंने कहा कि जग्गा सिंह की ओर से दावा किया जा रहा था कि वह बच्चे को बाहर निकाल सकता है परंतु प्रशासन की ओर से उस की बातें को अनसुना कर दिया गया प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि जग्गा सिंह को दोबारा बोरवैल में भेजा जाए और उससे ही सारा काम करवाया जाए।
-
हसपताल में उपचाराधीन है जग्गा सिंह
उधर संगरूर के सिवल अस्पताल में दाखिल जग्गा सिंह ने इस प्रतिनिधि से बातचीत करते बताया कि एनडीआरएफ की टीम की ओर से उसे काम नहीं करने दिया गया। उसने बताया कि टीम की ओर से अभी भी बच्चे की तरफ एक भी कदम नहीं बढ़ाया गया है, जिस कारण अब मामला पेचीदा होने लगा है उसने बताया कि बीती रात वह बीमार होने के कारण उसके पारिवारिक सदस्य उसे संगरूर के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाने के लिए लेकर आए हैं वहीं दूसरी तरफ जग्गा सिंह का ईलाज करने वाले डॉ. राज कुमार ने बताया कि जग्गा सिंह को गर्मी कारण डीहाईडेशन हो गया है, उसके बोतलें लगाई जा रही हैं व वह काफी हद तक ठीक भी है।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।