राजद-रालोसपा के अलावा पीडीपी, इनेलो, स्वाभिमानी पक्ष का भी खाता नहीं खुल पाया
हरियाणा में चौटाला परिवार के 3 सदस्य दुष्यंत-दिग्विजय (जजपा) और अर्जुन (इनेलो) चुनाव हारे
नई दिल्ली। पिछले लोकसभा चुनाव में सीटें जीतने वाले आठ क्षेत्रीय दल इस बार खाता भी नहीं खोल पाए। इनमें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू (Lok Sabha elections) प्रसाद यादव की पार्टी राजद, हरियाणा का इंडियन नेशनल लोकदल, महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी, पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा और राजू शेट्टी की पार्टी स्वाभिमानी पक्ष शामिल है।
लालू की बेटी-समधी हारे
राष्ट्रीय जनता दल एक भी सीट नहीं जीत पाई। राजद ने बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 19 पर चुनाव लड़ा था। लालू की बेटी मीसा भारती (Lok Sabha elections) पाटलिपुत्र से और लालू के समधी चंद्रिका राय सारण से चुनाव हार गए। राजद 2014 में 4 सीटें जीतने में कामयाब रही थी।
भाजपा से अलग हुए उपेंद्र कुशवाहा दोनों सीटों पर हारे
राजद के साथ गठबंधन में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा भी खाता नहीं खोल पाई। रालोसपा (Lok Sabha elections) ने 5 सीटों पर चुनाव लड़ा था। खुद कुशवाहा दो सीटों पर चुनाव लड़े और दोनों पर हार गए। लोकसभा चुनाव से पहले कुशवाहा एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हुए थे। 2014 में रालोसपा ने एनडीए के साथ चुनाव लड़ा था और उसे 3 सीटें मिली थीं।
हरियाणा: चौटाला परिवार के तीन सदस्य हारे
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री देवीलाल चौटाला के परिवार के तीन सदस्य इस बार चुनाव हार गए। अजय चौटाला के बेटे ने पिछले साल इनेलो से अलग होकर जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) बनाई थी। दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला जजपा से और अर्जुन चौटाला इनेलो से चुनाव लड़े थे। तीनों सदस्य चुनाव हार गए। दोनों पार्टियां हरियाणा की 10 सीटों में से एक पर भी जीत हासिल नहीं कर पाई। 2014 में इनेलो को 2 सीटें मिली थीं।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।