सरकारी खरीद के प्रति अफसर नहीं हो रहे गंभीर
जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद का मामला
हनुमानगढ़। जिले में गेहूं की सरकारी खरीद को लेकर जिम्मेदार गंभीरता नहीं दिखा रहे। हालात ऐसे हैं कि बुधवार अल सुबह मूसलाधार बरसात होने के बाद मंडियों में हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया। इसे सुखाने में किसान दिनभर जुटे रहे। मंडियों में गेहूं को बरसात से बचाने को लेकर माकूल व्यवस्था नहीं होने के कारण हजारों गेहूं के थैलों के आसपास पानी कई देर तक जमा रहा। इससे गेहूं की गुणवत्ता भी प्रभावित होने की आशंका है। कुछ मंडियों में अव्यवस्था के हालात ऐसे हैं कि बारदाना तक खत्म हो चुका है। इसके कारण खरीद और उठाव कार्य ठप पड़ा है। इसका खामियाजा धरतीपुत्र भुगत रहे हैं। जबकि जिम्मेदार चैन की नींद में हैं।
10 लाख थैला गेंहू सरकारी खरीद
समर्थन मूल्य पर 10 लाख थैला गेहूं की खरीद हो चुकी है। इसमें से 6 लाख 60 हजार गेहूं थैलों का उठाव मंडी से हो गया है। यह जानकारी देते हुए क्रय अधिकारी विजेंद्र मीणा ने बताया कि 17 अप्रेल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हुई थी, जो 15 जून तक जारी रहेगी। हालांकि पहले की बजाए अब गेहूं की आवक काफी कम हो गई है। खरीद प्रक्रिया बिल्कुल सही व शांतिपूर्ण ढंग से हो रही है। अब तक करीब एक हजार किसानों को ४.५० लाख थैला गेहूं पेटे भुगतान किया जा चुका है। बारदाना व अन्य किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है।
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