फिर बदला मौसम,आसमान में छाय बादल
मंडी में रखा किसानों के अनाज को हुआ नुक्सान
13 से 15 मई तक मौसम विभाग की चेतावनी
सादुलशहर। सोमवार को सुबह मौसम खुशगवार नजर आ रहा था व दोपहर करीब 2 बजे तक जारी रहा। अचानक दोपहर 2 बजे पश्चात आसमान पर काली घनघोर घटाएं छाई व सूर्य देवता को अपनी आगोश में ले लिया। आसमान बादलों की छाया में परिवर्तित हो गया। समाचार लिखे जाने वक्त तक तेज हवाएं व बूंदाबांदी शुरू हो गई थी। मौसम विभाग के अनुसार 13 मई से 15 तक पूर्वी राजस्थान के अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झुंझुनूं, करौली, सवाईमाधोपुर, सीकर, टोंक तथा पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालौर, जोधपुर, नागौर, पाली व श्रीगंगानगर में बवंडर-बादल गरजने तथा हल्की बरसात की चेतावनी जारी की है। यहां मौसम का यह मिजाज अगले बुधवार तक जारी रहेगा। इन इलाकों में 50 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं। पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में यह परिवर्तन आया है।
श्रीगंगानगर। आज दोपहर बाद शहर में बरसात के साथ ओले गिरे। मौसम में कुछ बदल गया। नालियां ओवर फलो हो गई। मंडी में पड़ा गेंहू, जो, सरसों भीग गया। दोपहर तक तो मौसम काफी गर्म था। उसके बाद बदलाव शुरू हुआ। इधर उधर से आए बादलों ने आसमान में जमघट लगाया। काले घने बादलों ने संकेत देना शुरू कर दिया कि वे आज बरस के ही जाएंगे। लगभग 4 बजे बदल गरजने और बरसने लगे। कभी हल्की बरसात तो कभी तेज। इस बरसात के साथ ओले गिरने लगे। शुरू में तो बहुत छोटे छोटे चने के साइज के ओले पड़े। बहुत अधिक नहीं। छितराए से कुछ क्षण तक ही ऐसे ओले पड़े।
तारानगर। क्षेत्र में काफी दिनों से पड़ रही गर्मी से लोगों को आज शाम को तेज हवा के साथ हुई बारिश से आमजन को राहत मिली है तो वहीं नन्हे-नन्हे बच्चों ने भी बारिश में नहाकर आनंद लिया। सुबह से ही पड़ रही तेज गर्मी ने लोगों का पसीना छुड़ा रखा था शाम को अचानक मौसम का मिजाज बदला व तेज हवा के साथ बादलों ने क्षेत्र में बरसना शुरू किया और गर्मी से लोगों को राहत मिली। बारिश से निचले स्थानों पर पानी एकत्रित होना शुरू हो गया। समाचार लिखे जाने तक बारिश का दौर शुरू रहा।
रावतसर। 2 दिन सुधार के बाद सोमवार को मौसम ने फिर करवट ली है। सोमवार की दोपहर के बाद आसमान में फिर से बादलवाही होने के साथ ही बारिश हल्की बुदा बादी हुई। जिससे किसान व व्यापारी फिर से चिंतित हो गए है। ऐसे में गर्मी से फिर से राहत तो मिली है। लेकिन बारिश की संभावना भी है। ऐसे में धानमंडी में पड़ा करोड़ों रूपयों का पड़ा अनाज व खेतों नरमे की बिजाई को लेकर तैयारी कर रहे किसानों के लिए यह मौसम अनुकूल नहीं है।
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