अनाज मंडियों में जगह नहीं होने के घरों में ही गेहूं स्टोर को हुए मजबूर हो रहे किसान
संगरूर/लौंगोवाल(सच कहूँ/हरपाल सिंह)। इस क्षेत्र की अनाज मंडियों में पड़ी गेहूं की बोरियां पंजाब सरकार का मुंह चिढ़ा रही हैं। लिफ्टिंग न होने कारण मंडियों से में बोरियों के अंबार लगे पड़े हैं। मंगलवार को इस क्षेत्र की मंडियों का पत्रकारों की ओर से किये दौरे दौरान स्थानीय अनाज मंडी के अलावा गांव लोहाखेड़ा, बुग्गर, मंडेर खुर्द, ढडरियां, तकीपुर, मंडेर कल, झाड़ों, साहपुर कल, सैरों, नमोल, किला भरियां, दुग्गां, कुन्नरां बहादरपुर आदि में लिफ्टिंग की समस्या बनी हुई है। मंडियों में बोरियों के ढेर लगे होने के कारण किसान और आढ़तिया में रोष पाया जा रहा है।
इस संबंधी जानकारी देते किसान केवल सिंह, बहादर सिंह, मक्खण सिंह, दीदार सिंह, मेजर सिंह, जगरूप सिंह, प्यारा सिंह, अंग्रेज सिंह, ध्यान सिंह, दलजीत सिंह, गुरतेज सिंह, गुरदीप सिंह, सुखपाल सिंह, तारा सिंह, गमदूर सिंह, हाकम सिंह और सुदागर सिंह ने बताया कि गांवों की मंडियों से में लिफ्टिंग की रफ़्तार बहुत ही धीमी चल रही है, जिस कारण किसानों को गेहूं मंडियों से में गेहूं रखने में बहुत ही परेशानी आ रही है। बहुत से किसानों ने मंडियों में जगह न होने के कारण गेहूं घर के में ही स्टोर की हुई है व लिफ्टिंग के लिए कुछेक ही ट्रक आ रहे हैं, जिस कारण मंडियों से में बारदाने के ढेर लग गए हैं।
मंडियों में लेवर का काम करते मजदूर ने बताया कि बारदाने की लिफ्टिंग न होने के कारण हमें कई बार पूरे का पूरा दिन खाली बैठ कर ही गुजारना पड़ता है और हमें खर्च अपनी जेब में से देना पड़ रहा है, जिस कारण हमें बहुत ही मुश्किल आ रही है। आढ़तियों ने बताया कि बारदाने की बड़ी समस्या बनी हुई है। हमें अपने स्तर पर प्रबंध करना पड़ रहा है। दो-दो सप्ताह तक मंडियों में गेहूं की लिफ्टिंग न होने के कारण माल में कटौती होनी ही है परंतु गोदाम में माल लगाते समय आढ़तियों से गेहूं की कटौती की जा रही है और पेमेंट का बहुत ही बुरा हाल है।
सरकार के 72 घंटों में गेहूं की लिफ्टिंग के किए जा रहे दावे हो रहे खोखले साबित : बिक्रमजीत सिंह
भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुरा के नेता बिक्रमजीत सिंह राव, किसान मोर्चा संगरूर के जिला कनवीनर भुपिन्दर लौंगोवाल, भारतीय किसान यूनियन उगराहां के राज्य नेता जसविन्दर सिंह ने कहा कि मंडियों में खरीद प्रबंधा को लेकर पंजाब सरकार के 48 घंटों में बिके हुई गेहूं की पेमेंट और 72 घंटों में गेहूं की लिफ्टिंग के किउ जा रहे दावे खोखले साबित हो रहे हैं। किसानों की मंडियों में परेशानी बढ़ रही हैं। किसानों की गेहूं बिकी को चाहे कई दिन बीत चुके हों परंतु अभी तक अदायगी नहीं हुई और माल की लिफ्टिंग का हाल बहुत ही बुरा है। मार्केट समिति चीमा के सचिव जसवीर सिंह ने बताया कि मंडियों से में गेहूं की बोरियां उठाने के लिए ट्रकों की संख्या में विस्तार कर दिया गया है और जल्द ही लिफ्टिंग की समस्या को हल किया जा रहा है।
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