प्रदेश का हर वर्ग मांग रहा आज न्याय
सच कहूँ, देवीलाल बारना कुरुक्षेत्र। महिला कांग्रेस का एक चिर-परिचित चेहरा चित्रा सरवारा महिला कांग्रेस की राष्टÑीय महासचिव हैं और कुरुक्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह मोहड़ा की सुपुत्री हैं। नग्गल हलके से 4 बार विधायक व प्रदेश सरकार में मंत्री रहे निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा कुरुक्षेत्र सीट पर अपने पिता की जीत दर्ज करवाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रही हैं। एक ओर जहां लोगों को यह बताना पड़ रहा है कि बेटी बेटों से किसी भी क्षेत्र में कम नही है और दूसरी ओर चित्रा सरवारा पिता के कंधे से कंधा मिलाकर उनकी जीत दर्ज करवाने का भरस्क प्रयास कर रही हैं। जैसे ही चित्रा सरवारा लोगों के बीच जनसभाआेंंं में पहुंचती है तो उन्हे सुनने के लिए महिलाओं सहित आम लोगों का हुजुम उमड़ पडता है। ऐसे में वे अपने पिता को सांसद बनाने में सफल हो पाती हैं या नही ये तो 23 मई को पता चलेगा, लेकिन उनका प्रचार का तरीका एक सफल राजनेता जैसा है।
सवाल: आप किन मुद्दों को लेकर चुनावी मैदान में हैं?
जवाब: कांग्रेस न्याय के मुद्दे को लेकर चुनावी मैदान मे है। आज प्रदेश का किसान, व्यापारी, मजदूर सहित हर वर्ग भाजपा से न्याय मांग रहा है। आज भाजपा के शासन से लोग ठगा हुआ सा महसूस कर रहे हैं। कुरुक्षेत्र के मैदान में चौ. निर्मल सिंह बहुत पहले उतर चुके थे। उनका मुद्दा था पूरे इलाके का हक। उन्होने उत्तरी हरियाणा के हक की लडाई लडी थी। 2002 और 2004 में निर्मल सिंह ने कुरुक्षेत्र से ही हिसाब लगाओ-हिसाब चुकाओ रैली कर लड़ाई की शुरुआत की थी। जिसमें कहा गया था कि प्रदेश में यदि विकास हो या राज हो तो इस इलाके की भी बात हो।
सवाल: कुरुक्षेत्र से पटियाला व हरिद्वार रेल मार्ग की मांग बहुत पुरानी है, इस मांग को लेकर आपका क्या विचार है?
जवाब: जी, कुरुक्षेत्र धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रहा है। ऐसे मे कुरुक्षेत्र से पटियाला व हरिद्वार रेल मार्ग की जरूरत भी बढ़ जाती है। इसलिए इस मांग को वे जोर-शोर से उठाएंगें। पिपली में आईएसबीटी की भी पुरानी मांग रही है और कुरुक्षेत्र में पर्यटन को बढ़ाने के लिए इसकी जरूरत भी है। इस मांग को भी जोर से शोर से उठाएंगें।
सवाल: अंबाला से कुरुक्षेत्र चुनाव लडने का कारण ?
जवाब: देखिए निर्मल सिंह जी बेशक एक हलके के 4 बार विधायक रहे हैं, लेकिन निर्मल सिंह जी ने पूरे प्रदेश की राजनीति की है। राजनीति के मामले में वे पूरे प्रदेश में जाने जाते हैं। लोकप्रियता में भी निर्मल सिंह ने एक मिशाल कायम की है।
सवाल: भाजपा के शासन काल को किस नजर से देखते हैं?
जवाब: कमल को खिलने के लिए गंदगी की जरूरत होती है। भाजपा का कमल जब कभी भी खिला है तभी समाज को बांटने का इन्होने काम किया है। ये लोग समाज का विभाजन करते हैं ये दो भाईयों को आपस में लडवाएंगें, टुकडेÞ-टुकडेÞ करवाएंगें, इनको सिर्फ सबसे बडेÞ टुकडेÞ से मतलब है। इन्होंने वायदा किया था कि हरियाणा में गुजरात मॉडल करेंगें। सच मे ही इन्होने यहां गुजरात मॉडल लागू किया, पॉवर में आते ही यहां दंगे हुए। भाईचारा 36 बिरादरी का तोडृ दिया गया। ये हरियाणा को एक रहने नही देना चाहते।
वॉलीवाल की राष्टय खिलाड़ी रही हैं चित्रा
चित्रा सरवारा वॉलीवाल की राष्टय खिलाड़ी रही हैं। इन्होने सार्इंस साईड से 10+2 करने बाद एनआईडी अहमदाबाद से फर्नीचर डिजाईन मे स्रातक की है। इनकी सबसे बडी उपलब्धि यह भी रही है कि एशियन गेम्स के सिंबल को चित्रा व इनकी टीम द्वारा तैयार किया गया है।
सवाल: आप किस तरीके से रूख बदलने का प्रयास करेंगी?
जवाब: मै सिर्फ निर्मल सिंह की बेटी नही हूूँ, बल्कि उन्होने बहुत पहले मुझे कांग्रेस का कार्यकर्ता भी बना दिया था। आज मै आॅल इंडिया महिला कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी हूँ। ऐसे में एक बेटी के तौर काम करना व पार्टी कार्यकर्ता के नाते कार्यकर्ता दोनो हिस्से हैं।
सवाल: कौन सी जादू की छड़ी आप पर है कि जीत दर्ज करवा पाएंगे ?
जवाब : देखिए, उत्तरी हरियाणा में निर्मल सिंह जी की जिंदगी भर की कमाई है। इन्होंने मुझे एक बात कही थी कि मैने किसी भी कार्यकर्ता को कभी खाली हाथ नही जाने दिया। निर्मल सिंह के पास पूरे हरियाणा से कोई भी आ गया, इन्होंने खाली हाथ नही जाने दिया। ये एक बहुत बड़े पंचायती व्यक्ति रहे हैं, ये इनकी कमाई है। आज कुरुक्षेत्र लोकसभा में मैं जहां भी जाती हूँ मुझे उनके अनेकों दोस्त मिलते हैं और यही निर्मल सिंह जी की जादू की छड़ी है जो इन्हे कुरुक्षेत्र से सांसद बनाकर लोकसभा भेजेगी।
सवाल: मतदाताओं को क्या संदेश देना चाहेंगी ?
जवाब: मेरा मतदाताओं को यही संदेश है कि राहुल गांधी जी का जो न्याय का एजेंडा है इसको समझ में लाएं। कांग्रेस ने आज तक कोई भी ऐसा वायदा नही किया जिसको बाद में जुमला करार दिया गया हो। सभी मतदाताओं से अपील करती हूँ कि आपने किसी के बहकावे में नही आना और अपने भाईचारे को बिल्कुल भी नही तोडना। आप सभी ने मतदान में ज्यादा से ज्यादा भाग लेना है।
हरियाणा में जाट-नॉन जाट मुद्दे पर क्या कहेंगी?
जवाब: देखिए, ये लोग यहां हिंदू-मुसलमान नही कर सकते थे तो यहां पर 36 बिरादरी को इन्होने तोड़ा है। कांग्रेस के पिछले 10 साल के शासनकाल में न केवल समाज के किसी वर्ग को टूटने की जरूरत पडी बल्कि किसान-मजूदर व अन्य वर्ग को शिकायत का मौका नही मिला। आशा करते हैं कि एक बार फिर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आएगी और भाईचारा दोबारा से कायम होगा।
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