भुवनेश्वर। ज्वाइंट टाईफून वॉर्निंग सेंटर (जेडब्ल्यूटीसी) के मुताबिक फैनी तूफान बीते 20 सालों में अब तक का सबसे खतरनाक चक्रवात साबित हो सकता है। ओडिशा में 1999 में आए सुपर साइक्लोन से करीब 10 हजार लोग मारे गए थे। भारतीय मौसम विभाग सूत्रों के मुताबिक पिछले 43 सालों में यह पहली बार है जब अप्रैल में भारत के आसपास मौजूद समुद्री क्षेत्र में ऐसा कोई चक्रवाती तूफान उठा है।
ओडिशा की ओर फैनी 16 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। यह शुक्रवार सुबह 8-10 बजे के बीच देवस्थान पुरी के पास स्थित गोपालपुर तक पहुंच जाएगा। पहले इसके पहुंचने का समय दोपहर 3 बजे माना जा रहा था। अधिकारियों के मुताबिक 13 अतिसंवेदनशील जिलों के करीब साढ़े 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाए जाने के प्रयास जारी हैं। अब तक साढ़े तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है।
चक्रवात दोपहर के आसपास पुरी पहुंचेगा। इसके बाद पश्चिम बंगाल का रुख करेगा। इसका असर आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु के उत्तर-पूर्व इलाकों में भी दिखेगा। चक्रवात से ओडिशा के 14 जिले प्रभावित होंगे। इसमें पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपारा, बालासोर, भदरक, गंजम, खुर्दा, जाजपुर, नयागढ़, कटक, गाजापटी, मयूरभंज, ढेंकानाल और कियोंझार शामिल हैं।
अब तक का सबसे तेज तूफान हो सकता है
क्षेत्रीय मौसम विभाग के पूर्व निदेशक शरत साहू के मुताबिक- ओडिशा में 1893, 1914, 1917, 1982 और 1989 की गर्मियों में भी तूफान आए थे। लेकिन इस बार का चक्रवात बंगाल की खाड़ी के गर्म होने से बना है। लिहाजा यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है। भारतीय रेलवे ने सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में ट्रेनें रद्द कर दी हैं। भुवनेश्वर एयरपोर्ट से अगले 24 घंटे तक उड़ानें प्रतिबंधित रहेंगी। नागरिक विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने हर तरह की सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं।
किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए नेवी, एयरफोर्स और कोस्टगार्ड को हाईअलर्ट पर रखा गया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन (एनडीआरएफ) और ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएफ) को खतरे वाले इलाकों में तैनात किया गया है। अकेले भुवनेश्वर में दमकल की 50 टीमें तैनात की गई हैं। एक टीम में 6 सदस्य हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्थानीय अधिकारियों से कहा है वे लोगों को मुफ्त खाना देने की व्यवस्था रखें। स्पेशल रिलीफ कमिश्नर बीपी सेठी ने चेतावनी दी है कि तूफान के टकराने के दौरान उच्च ज्वार (1.5 मीटर तक) आ सकता है। लिहाजा लोग सावधानी बरतें।
11 जिलों से आचार संहिता हटाई
फैनी जब ओडिशा के पुरी तट पर पहुंचेगा तो इस दौरान हवाओं की गति 175-205 किमी प्रतिघंटे हो सकती है। खतरे के मद्देनजर सुरक्षाबलों को हाईअलर्ट पर रखा गया है। 880 राहत शिविर बनाए गए हैं। सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। ईस्ट कोस्टर्न रेलवे ने अब तक 103 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। ओडिशा 11 जिलों में आचार संहिता हटा दी गई है। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का कार्य जारी है। करीब 30 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। प्रदेश के मुख्य सचिव एपी पाधी के अनुसार 15 मई तक सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। प्रदेश पुलिस प्रमुख आरपी शर्मा ने बताया कि सभी पुलिस अधिकारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं। जो अधिकारी छुट्टी पर थे उन्हें तुरंत ड्यूटी पर लौटने के आदेश दे दिए गए हैं।
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