समाधान न निकलने पर आज चक्का जाम व कलक्टरी घेरने की चेतावनी
हनुमानगढ़, सच कहूँ न्यूज। लस्टर लॉस का पेच फंसने से बुधवार को लगातार छठे दिन भी गेहूं की समर्थन मूल्य (protest) पर खरीद नहीं हुई। मण्डी में गेहूं फसल की रखवाली कर रहा किसान खरीद शुरू होने की राह देख रहा है लेकिन सरकार बुधवार को भी इस समस्या का कोई हल नहीं ढूंढ पाई। ऊपर से दो-तीन दिन आंधी-बारिश की संभावनाओं ने किसान को और परेशानी में डाल दिया है।
उधर, लस्टर लॉस में छूट दे गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू करने की मांग को लेकर बुधवार को जंक्शन व टाउन के व्यापारी कई किसानों के साथ जिला कलक्ट्रेट पहुंचे तथा मांग के समर्थन में प्रदर्शन किया। इस दौरान एडीएम अशोक असीजा ने व्यापारियों व किसानों से मिलकर उनकी समस्या सुनी। इसके बाद व्यापारियों की जिला कलक्टर जाकिर हुसैन से उनके चैंबर में वार्ता हुई। वार्ता में जिला कलक्टर ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि शाम तक कोई समाधान निकाल लिया जाएगा। इस पर व्यापारियों ने अल्टीमेटम दिया कि यदि शाम तक गेहूं की खरीद शुरू करने संबंधी कोई निर्णय नहीं हुआ तो वीरवार को कलक्टरी घेरकर कामकाज ठप्प किया जाएगा।
गेहूं की खरीद शुरू होने पर ही घेराव-प्रदर्शन समाप्त किया जाएगा। वार्ता के दौरान व्यापारियों ने आरोप लगाया कि सरकार के आदेशों के बाद समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू हो चुकी है परंतु भारतीय खाद्य निगम के अधिकारी गेहूं खरीद में आनाकानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि छह दिनों से गेहूं की खरीद बंद होने से मंडियां पूरी तरह कृषि जिंसों से भर चुकी हैं। पैर रखने की जगह नहीं बची है। मौसम विभाग की ओर से 23 से 25 अप्रेल तक आंधी-बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। इस कारण किसान खेत से गेहूं काटकर सीधा मंडी ला रहा है। लेकिन एफसीआई की ओर से गेहूं खरीद न करने से हालात दिनोंदिन खराब होते जा रहे हैं। किसान मंडी में जगह मिलने का इंतजार कर रहा है। इस वजह से किसान के साथ व्यापारी भी परेशान है।
उन्होंने कहा कि अब बारिश व तूफान आने पर स्थिति और अधिक खराब हो जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शाम तक समस्या का समाधान नहीं निकला तो गुरुवार को मंडी में हड़ताल कर व्यापारियों व किसानों को चक्काजाम, धरना-प्रदर्शन, जिला कलक्ट्रेट का घेराव जैसे आंदोलनात्मक कदम उठाने को मजबूर होना पड़ेगा।
खरीद कार्य ठप्प होने से मजदूर हुआ बेरोजगार
उधर, एफसीआई अधिकारियों की ओर से लस्टर लॉस (चमक कम होना) बताकर गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद बंद करने का असर मंडी में काम कर गुजर-बसर करने वाले मजदूरों पर भी पड़ रहा है। इस संबंध में बुधवार को धानका तोला मजदूर यूनियन ने भी जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंप गेहूं की खरीद जल्द शुरू करने की मांग की। तोला धानका मजदूरों का कहना था कि पांच-छह दिन से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद न होने से मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। भारतीय खाद्य निगम की ओर से गेहूं की खरीद नहीं की जा रही।
मजदूरों का रोजगार गेहूं की खरीद पर ही चल रहा था। मजदूरों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही एफसीआई की ओर से गेहूं की खरीद शुरू नहीं की गई तो लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। इस मौके पर बालकिशन इन्दौरा, रमेश डाबला, चिरंजीलाल खर्रा, प्रकाश बादल आदि मौजूद थे।
इसलिए नहीं हो रही गेहूं की खरीद
जानकारी के अनुसार पिछले सप्ताह हुई बारिश से गेहूं की चमक में फर्क आया है। गेहूं का रंग गोल्डन से सफेद में बदल गया है। गुणवत्ता में फर्क बताकर एफसीआई की ओर से जिले भर में गेहूं की खरीद बंद कर दी गई है। खरीद नहीं हो पाने से किसानों के साथ व्यापारी परेशान हैं। किसान फसल बेचने को खेतों में काम छोड़ मंडियों में डेरा डाले हुए है। गेहूं की खरीद न होने से मंडियां जिंस से अटी पड़ी हैं।
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