उत्तेजना में दिया बयान
नई दिल्ली (एजेंसी)। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मामले पर उच्चतम न्यायालय में चल रही कार्यवाही के संबंध में दिए गएअपने बयान को लेकर सोमवार को शीर्ष अदालत में दाखिल जवाब में खेद जताया। गांधी ने अपने जवाब में कहा कि उनके बयान का राजनीतिक विरोेधियों ने गलत इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने चुनावी सरगर्मी में अदालती कार्यवाही को लेकर गलत बयान दिया था, जिस पर उन्हें खेद है। उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पीठ अब इस मामले की सुनवाई मंगलवार को करेगी।
उल्लेखनीय है कि गांधी ने उत्तर प्रदेश के अमेठी में शीर्ष अदालत की कार्यवाही पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि अदालत ने राफेल मामले में मान लिया है कि चौकीदार (नरेंद्र मोदी) चोर है। इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं नयी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से सांसद मीनाक्षी लेखी ने उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की है और शीर्ष अदालत में इस याचिका पर सुनवाई के बाद गांधी से इस मुद्दे पर जवाब दाखिल करने को कहा था।
राहुल गांधी का आरोप था पीएम ने राफेल डील में घोटाला किया
राहुल गांधी अपनी चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने के लिए ‘चौकीदार चोर हैह्ण का नारा लगातार लगवाते रहे हैं। राहुल गांधी का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राफेल डील में घोटाला किया है और अनिल अंबानी को करीब 30 हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया है। इसी को लेकर राहुल प्रधानमंत्री पर हमलावर हैं।
बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने दाखिल की थी अवमानना याचिका
पिछले हफ्ते कोर्ट ने बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी की तरफ से दाखिल अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए राहुल गांधी से सफाई मांगी थी। कोर्ट ने कहा था, राफेल केस में कुछ कागजात कोर्ट में रखे जाने का एटॉर्नी जनरल ने विरोध किया था, लेकिन हमने उनके एतराज को नहीं माना। ये कानूनी पहलू से जुड़ा आदेश था। हमारा नाम लेकर राहुल गांधी ने जो बातें मीडिया और जनता के सामने कहीं, वैसी कोई टिप्पणी हमारी नहीं है। इस पर राहुल सफाई दें।
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