नेपाल ने 15 दिन में शीर्ष चोटी की सफाई का जिम्मा लिया
बेस कैंप पर कचरा लाने वालों को मिलेगी प्रोत्साहन राशि
नेपाल (एजेंसी)। दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट पर जमा कचरे की सफाई के लिए नेपाल अब एक समर्पित टीम भेज रहा है। इस अभियान के लिए नेपाल सरकार ने पर्वतारोही संगठनों, सेना और स्थानीय संगठनों से हाथ मिलाया है। अभियान के तहत 25 अप्रैल से 14 सदस्यीय पर्वतारोही और सहयोगियों की टीम एवरेस्ट के बेस कैंप पर जाएगी। इसका मकसद एवरेस्ट पर जमा 10 हजार किलो कचरा वापस लाना होगा, जो इसे प्रदूषित कर रहा है।
बस कैंप तक कचरा लाने वाले सदस्यों को नेपाल सरकार प्रोत्साहन राशि देगी। गौरतलब है कि दशकों से कमाई का साधन रहे पर्वतारोहण के कारण सबसे ऊंची चोटी प्रदूषित हो गई है। इसके लिए नेपाल की आलोचना भी होती रही है। सफाई अभियान को लेकर नेपाल के पर्यटन विभाग के प्रमुख दांदू राज घिमिरे ने बताया कि नेपाल पर अक्सर माउंट एवरेस्ट को साफ न करने का आरोप लगाया जाता है। लेकिन अब हम इसकी सफाई में एकजुट हो गए हैं।
उधर, सफाई में सहयोग करने वाले एक संगठन का मानना है कि सरकार ने पहली बार एवरेस्ट की सफाई का कदम उठाया है लेकिन यह एक साल में संभव नहीं है। इसके लिए लगातार प्रयास करना होगा। गौरतलब है कि एवरेस्ट पर बढ़ रही गंदगी के मद्देनजर ही चीन ने इस साल एवरेस्ट की चढ़ाई करने वाले लोगों की तादाद में कटौती की थी।
अब तक 4000 से ज्यादा पर्वतारोही छू चुके हैं एवरेस्ट
66 साल पहले एडमंड हिलरी और तेजिंग नॉर्गे ने पहली बार 8,848 मीटर ऊंची एवरेस्ट फतह की थी। उसके बाद अब तक कुल 4000 से ज्यादा लोग एवरेस्ट की चढ़ाई कर चुके हैं। पिछले साल ही 807 पर्वतारोहियों ने एवरेस्ट फतह किया था।
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