करनाल ने जीती आॅवरआल ट्राफी तो रोहतक रहा उप-विजेता
- हरिणवीं फैशन शो में सब पर भारी पड़े म्हारे मॉडल
सच कहूँ/विजय शर्मा
करनाल। हरियाणवीं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए राह ग्रुप फाउंडेशन की हिसार जिले के गांव तलवंडी रुक्का स्थित विद्या संस्कार इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित हरियाणवीं फैशन शो में करनाल के मॉडलों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम कर लिया। अलग-अलग वर्गों में आयोजित लोकगीत, रागनी गायन व हरियाणवीं नृत्य के मुकाबलों में आवर आल ट्राफी करनाल के नाम रही, जबकि दूसरा स्थान रोहतक के मॉडलों को मिला। यह जानकारी देते हुए राह ग्रुप के वाईस चेयरमैन सुरेश क्रांतिकारी, हरियाणा ईवेंट कॉर्डिनेटर श्रवण कुमार वर्मा व राह क्लब करनाल के अध्यक्ष अमित तंवर ने बताया कि प्रतियोगिता में जींद व भिवानी की टीम को संयुक्त रुप से तीसरा स्थान मिला।
सभी विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह की मुख्य अतिथि हांसी की विधायिका रेणुका बिश्रोई, राह संस्था के संरक्षक प्रवीन त्यागी व कॅरियर काउंलर दिनेश नागपाल ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। जबकि प्रतियोगिता का शुभारंभ राह ग्रुप के चेयरमैन नरेश सेलपाड़ व संस्कृति प्रभारी कविता लौरा की अध्यक्षता में मुख्य अतिथि (शुभारंभ) के तौर पर चेयरमैन कैप्टन भूपेन्द्र सिंह व भाजपा खेल प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नरेश नैन ने किया।
62 कलाकारों ने दिखाया दमखम
राह ग्रुप के इस हरियाणवीं फैशन में हिसार, फतेहाबाद, जींद, करनाल, कैथल, भिवानी, गुरुग्राम, रोहतक, पंचकुला, सिरसा, सोनीपत, रेवाड़ी व महेन्द्रगढ़ सहित 12 जिलोंं के 62 कलाकारों ने इस प्रतियोगिता में अपनी कला के जौहर दिखाये। इस दौरान हरियाणवीं कलाकार एनी. बी. व लोकगायक नफेसिंह रोहिल्ला सहित करीब एक दर्जन से अधिक हरियाणवीं कलाकारों ने हरियाणवी रागनी, किस्से व सांग के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति को मंच से एक बार फिर जिंदा कर दिया।
रैंप पर देखने को मिली पुरानी संस्कृति
हरियाणवीं फैशन शो में दूसरी बार अपना हुनर दिखाने रैंप पर उतरे करनाल के मॉडलों को रोहतक, हिसार, जींद व भिवानी से कड़ा मुकाबला करना पड़ा। प्रतियोगिता में पहले चरण में रोहतक व हिसार के मॉडलों ने अपना दबदबा कायम रहा। राह ग्रुप फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस 22वें हरियाणवीं फैशन शो में 42 प्रतिभागियों ने जहां पुरानी संस्कृति की झलक को रैंप पर उतारा, वहीं 12 प्रतिभागियों ने खेल, शिक्षा के साथ हरियाणा की आधुनिक उपलब्धियों को दर्शाने का प्रयास किया, 32 ने संस्कृति झांकी दर्शन तो शेष प्रतिभागियों ने ग्रामीण दिनचर्या को अपने-अपने अंदाज में दर्शाने का प्रयास किया।
धरोहर की लगी प्रदर्शनी
इस दौरान हरियाणवीं संस्कृति व खेत खलिहान से जुड़ी पुरानी धरोहारों व साजो सम्मान पर भी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रुप से रई, बिलौनी, चक्की, खेती के काम आने वाले पुराने औजार, आभूषण, वस्त्र, पुराने सिक्के, पनघट, रहट तथा हरियाणा के परिवहन के साधनों को दशार्या गया।
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