हर अभिभावक चाहते हैं कि उनका बच्चा अपनी जिंदगी में लायक और कामयाब बने। बच्चों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना ही मां-बाप का कर्तव्य होता है और इसके लिए बच्चों को जिम्मेदार बनाना उनका उद्देश्य होना चाहिए। बच्चों को अगर अपने काम के प्रति जिम्मेदार बनाना है तो उन्हें बचपन से ही घर के छोटे-छोटे मनोरंजक कामों में लगाएं, जिससे उन्हें अपने जरूरी काम करने की आदत हो जाए और घर की जिम्मेदारियों में योगदान करने की समझ विकसित हो जाए।
बच्चों को अगर बचपन में ही अच्छी बता दी जाए तो बच्चों का भविष्य सुनहरा हो जाता है। घर के कामों से मतलब यह नहीं है कि कहीं काम के बोझ की गठरी बच्चों के सिर पर लाद दें, इससे उनकी शिक्षा पर गहरा असर पड़ सकता है और अधिक काम करने से बच्चे की सेहत और स्वभाव भी असर पड़ सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं जिन्हें बच्चों को बचपन में ही सिखाना चाहिए।
लगन के साथ काम करना
अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा अपनी जिंदगी में एक सफल व्यक्ति बने तो उसे लगन से काम करने के लिए कहे। कोई भी इंसान तभी सफलता पा सकता है जब वह उस काम को पूरी लगन और ईमानदारी से करे। जरूरी नहीं है कि काम को सिर्फ फॉर्मेलिटी के लिए करें। इससे न सिर्फ काम खराब होगा बल्कि बच्चे के अंदर गलत आदत भी जन्म लेगी। कभी किसी काम को अधूरे मन से न करें। अगर आपने अपने बच्चे में बचपन से ही ये आदत डाल दी तो आपका बच्चा लिंदगी में कभी मार नहीं खाएगा।
साफ सुथरा रहना
बच्चों को शुरूआत से ही इस चीज के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए कि वो खराब चीजों, सामानों के रैपर्स, कागज के टुकड़े, फलों के बीज और छिलके और कचरे को डस्टबिन में ही डालें। आमतौर पर देखा जाता है कि 2-3 साल की उम्र से बड़े बच्चे घर में कचरा ज्यादा करते हैं इसलिए उन्हें ये शिक्षा देना जरूरी होता है। बच्चों को सफाई के साथ-साथ इस चीज के लिए भी प्रेरित करें कि वो किसी को कचरा फैलाते हुए देखें, तो उसे टोकें
जिम्मेदारी लेना
बच्चे घर में मौजूद सामान को इस्तेमाल करते हुए या खेलते हुए एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा देते हैं जिससे बाद में उस चीज की जरूरत होने पर वो आपको आसानी से नहीं मिल पाती है। इसलिए बच्चों को बचपन से ही ये बात सिखानी चाहिए कि चीजों को जहां से उठाएं वहीं रखें। जैसे बच्चों को समझाएं कि खिलौनों को खेलने के बाद उनकी निश्चित जगह पर रखें और खेली हई जगह पर अगर गंदगी हुई है तो वो भी साफ करें।
समय का पाबंद
बच्चो को समय का पांबद बनाना बहुत जरूरी है। जो इंसान समय का पाबंद है उसको जिंदगी में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। जिस व्यक्ति ने समय की कीमत पहचान ली वो हमेशा तरक्की ही करता है। आपने देखा होगा की बॉलीवुड एक्टर आमिर खान समय के कितने पाबंद हैं। उनको किसी भी जगह पर देर से पहुंचना बिल्कुल पसंद नहीं है।
दिखावे से रखें दूर
आजकल सभी लोग दिखावे की मार झेल रहे हैं। वक्त ही कुछ ऐसा आ गया है कि न चाहते भी लोगों को दिखावे की शरण में जाना पड़ता है। ये आदत इतनी बेकार है कि इंसान को अंदर ही अंदर कुरेदती है। अगर बचपन से ही बच्चों में ये आदत पड़ जाए तो इसके परिणाम बहुत घातक हो सकते हैं। शो आॅफ करने के चक्कर में गलत कामों में पड़ जाते हैं। अगर आप अपने बच्चे को सफलता दिलवाना चाहते हैं तो उनको शो आॅफ से दूर रखें। इंसान को हमेशा अपना कर्म करने में विश्वास रखना चाहिए न कि शो आॅफ करने में। इसलिए बच्चों को इस चीज से दूर रखें।
अपने घर की देखभाल
आमतौर पर घर को सजाने-संवारने की जिम्मेदारी घर के बड़े सदस्यों पर ही होती है जबकि इस काम में बच्चों की छोटी-मोटी मदद ली जा सकती है और वे इसमें इंटरेस्ट भी लेंगे। ये बात जरूर है कि बच्चे हर तरह का काम नहीं कर सकते मगर वो आपके साथ छोटे-छोटे कामों में हाथ बंटा सकते हैं और घर को किस तरह सजाना है इस पर अपनी राय दे सकते हैं। रोजमर्रा के काम जैसे सजावट के सामानों की सफाई करना, बिस्तर लगाना आदि जो काम छोटे और आसान हैं, वो तो आप बच्चों से करवा ही सकते हैं।
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