-महिला आयोग की चेयरपर्सन ने किया महिलाओं के कानूनी अधिकार पुस्तक का विमोचन
- -जाट कॉलेज में सर्च-राज्य संसाधन केन्द्र हरियाणा द्वारा सेमीनार आयोजित
रोहतक(सच कहूँ न्यूज)। महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होते हुए राजनीति में आना चाहिए ताकि वे महिला सशक्तिकरण के कानूनों की मांग को मजबूती से उठा सकें। यह बात हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन प्रतिभा सुमन ने बुधवार को जाट कॉलेज के सभागार में भारत ज्ञान विज्ञान समिति द्वारा महिलाओं के कानूनी अधिकार विषय पर आयोजित जागरूकता सेमिनार को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि लोकसभा, राज्यसभा व विधानसभाओं में महिलाओं की भागीदारी बहुत ही कम है जिसके कारण महिलाओं के मुद्दों पर विचार-विमर्श बहुत कम हो पाता है।
उनके मुद्दों को गंभीरता से नहीं लिया जाता, इसलिए महिलाओं को राजनीति में अपनी भागीदारी को बढ़ाना चाहिए ताकि वे अपने पक्ष को मजबूती से रख सकें। जिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी करमिन्दर कौर ने कहा कि दुनिया में किसी न किसी रूप में भेदभाव होता रहा है। महिलाओं के साथ भी हर वर्ग में भेदभाव हो रहा है। उन्होंने आह्वान किया कि समाज को मानसिकता बदलते हुए महिलाओं को सम्मान देना होगा, तभी सार्थक समाज का निर्माण हो सकता है। एसएचओ गरिमा श्योराण ने कहा कि पुराने समाज में महिलाएं घर तक सीमित रहती थीं। वर्तमान में महिलाओं ने घर की चार दीवारी को लांघ ली है, लेकिन उनके सामने जागरुकता के साथ अनेक समस्याएं भी आ गई हैं।
अब एकल परिवार के कारण माता-पिता बच्चों पर नहीं दे पाते ध्यान
अब एकल परिवार होने के कारण माता-पिता बच्चों पर बहुत कम ध्यान दे पा रहे हैं। जिस कारण महिलाओं के साथ आपराधिक मामले बढ़ते जा रहे हैं। सोशल मीडिया ने महिलाओं की समस्या को ओर ज्यादा बढ़ा दिया है। चेयरपर्सन ने छात्राओं का आह्वान किया कि वे अत्याचार को सहन न करें। जब भी कोई उन्हें परेशानी आए अपने अधिकारों का प्रयोग करें। महिलाएं ही अपने आत्मविश्वास से स्वयं की स्थिति को बदल सकती हैं। इस अवसर पर प्राचार्या डॉ. संगीता दलाल, डॉ. शबनम राठी, डॉॅ. सुशीला डबास, डॉ. मीनल मलिक, डॉ. जसमेर सिंह, डॉ. शीशपाल, विमलेश कुमारी, डॉ. आरएस दहिया मौजूद रहे।
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