सरकार के प्राईवेट स्कूलों को अप्रैल 2019 से बंद करने के निर्णय के चलते अध्यापकों में रोष
मानसा/बुढ़लाडा। पंजाब सरकार की ओर से पकी ऐफीलेशन के लिए शर्तें पुरी न करते प्राईवेट स्कूलों को अप्रैल 2019 से बंद करने के निर्णय के साथ लाखों अध्यापक बेरोजगार हो जाएंगे। उपरोक्त शब्द शनिवार को यहां प्राईवेट स्कूलों के विभिन्न विषयों के अध्यापकों ने सरकार के इस निर्णय के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए कहे। इस निर्णय पर सरकार को पुन विचार करने की अपील करते ऐसोसीएटड स्कूलों के यहां इकट्ठे हुए सैंकड़ों अध्यापक ने कहा कि एक तरफ सरकार बेरोजगारी को खत्म करने के लिए रोजगार के साधन पैदा करने के लिए रोजगार मेलों का आयोजन कर रही है व वहीं दूसरी तरफ एसोसीएटड स्कूलों में काम करते एक लाख अध्यापकों के रोजगार को स्कूल बंद कर बेरोजगार कर रही है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में एसोसीएटड के 2100 स्कूलों में लगभग मध्य वर्गीय जैसे लोगों के 5लाख बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में मध्य वर्गीय लोगों को शिक्षा प्रदान करन वाले इन स्कूलों को 2011 में अकाली सरकार समय एसोसीएटड स्कूलों का दर्जा देकर स्कूलों की बहाली की गई थी।
स्कूल एसोसीएटड के नेता जगदीश सिंह ने कहा कि एसोसीएटड स्कूल 1988 की एक्ट अधीन सरकार की ओर से अमल में लाया गया था। उन्होंने बताया कि इन स्कूलों में टैट पास उच्च योग्यता वाले अध्यापक विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। बैठक दौरान सैंकड़ों अध्यापकों ने मुख्य मंत्री पंजाब को एक पत्र लिख कर अपना रोजगार बचाने की अपील की गई।
स्कूलों को पकी मान्यता देने के लिए शर्तों को बंद किए जाने की मांग
उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने एसोसीएटड स्कूलों को बंद करने की कोशिश की गई तो इन स्कूलों में काम करते उच्च योग्यता वाले अध्यापकों को कम से कम 5000 रुपए महीना गुजारा भत्ता दिया जाये। बैठक दौरान प्रस्ताव पास किया गया कि इन स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे उच्च योग्यता टैट पास अध्यापक गवर्नर पंजाब, शिक्षा मंत्री व चेयरमैन स्कूल शिक्षा बोर्ड को रोजगार बचाओ एसोसीएटड स्कूल बचाओ मुहिम को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने मांग की कि इन स्कूलों को पकी मान्यता देने के लिए शर्ताें को बंद किया जाए।
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