लोकसभा चुनाव दो या तीन चरण में कराने का सुझाव आयोग को दिया
रांची (सच कहूँ)। झारखंड में एक साथ नहीं लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव नहीं होगा। बुधवार को रांची में राजनीतिक दलों के साथ बैठक में एक दल द्वारा इसे लेकर चर्चा होने के सवाल पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इसकी संभावना से इनकार किया। सीइसी ने कहा कि चुनाव आयोग फिलहाल लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है। वहीं अधिसंख्य दलों ने लोकसभा चुनाव दो या तीन चरण में कराने का सुझाव आयोग को दिया। सिर्फ राजद ने एक चरण में चुनाव कराने की मांग की।
कांग्रेस ने भारत निर्वाचन आयोग से तीन साल से अधिक एक ही स्थान पर जमे अफसराें के ट्रांसफर की मांग की है। बुधवार को आयोग की टीम से मुलाकात के क्रम में पार्टी प्रतिनिधि ने यह मांग उठाई। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की अगुआई में यह टीम लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा कर रही है। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात के क्रम में भाजपा के प्रतिनिधि के रूप में विधायक सह पार्टी के मुख्य सचेतक राधा कृष्ण किशोर ने आयोग को पुराने मतदान केंद्रों को नहीं बदलने का सुझाव देते हुए कहा कि अचानक बूथ बदल देने से मतदाताओं को परेशानी होती है
भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए तैयार है
राधा कृष्ण किशोर ने आयोग की टीम से कहा कि भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार के प्रयास से नक्सल की समस्या पर काफी नियंत्रण पाया जा चुका है। राज्य में हाल में हुए उपचुनावों में कोई नक्सली गतिविधि नहीं हुई है। झारखंड का माहौल पहले के मुकाबले अब ज्यादा सुरक्षित है।कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने तीन साल या इससे अधिक समय से जमे पदाधिकारियों के तबादले की मांग की। बता दें कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने भारत निर्वाचन आयोग की टीम रांची में है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में आयोग की पूरी टीम दो दिनों तक रांची में रहकर चुनाव तैयारियों की समीक्षा करेगी।
आयोग की टीम मंगलवार को शाम में रांची पहुंचने के बाद एक होटल में ठहरी है। आयोग की टीम राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी व अन्य बड़े पदाधिकारियों के साथ भी बैठक करेगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा के साथ इस टीम में निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा भी हैं। कहा जा रहा है कि आयोग की टीम सभी डीसी, एसपी व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर राज्य में सुरक्षा एहतियात का भी जायजा लेगी।
बुधवार को टीम निर्वाचन से जुड़े तमाम पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद देर शाम दिल्ली वापस लौटेगी। आयोग मुख्य रूप से लोकसभा चुनाव में ईवीएम की उपलब्धता, सुरक्षा व्यवस्था आदि की जानकारी लेगा। यहां लोकसभा चुनाव कितने चरणों में सहजतापूर्वक हो सकते हैं आदि को लेकर भी मंथन करेगा। साथ ही मतदाता जागरुकता को लेकर चलाए जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा करेगा।
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