बदला भारतीय शहरों का चेहरा | Smart City campaign
नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वकांक्षी अभियान स्मार्ट सिटी (Smart City campaign) में 6 लाख 85 हजार 758 करोड़ रुपए के निवेश के साथ शहरों के परिवहन, साफ सफाई, प्रशासनिक कार्य प्रणाली और पर्यावरण तथा लोगों की मानसिकता पर असर स्पष्ट रुप से दिखाई देने लगा है। स्मार्ट सिटी अभियान का मकसद भारतीय शहरों में ‘ईज आॅफ लिविंग’ को प्रोत्साहन देना है। लोगों के अनुकूल शहरी क्षेत्र विकसित करने के लिए करोड़ों रुपए के निवेश की कई योजनायें शुरू की गई हैं। यह शहरों का कायाकल्प और रुपांतरण करने के लिए दुनिया का सबसे महत्वाकांक्षी अभियान है।
शहरों में स्वच्छ भारत मिशन के जरिए मूलभूत शहरी सुधार, शहरों के कायाकल्प की योजनाएं, निजी और सार्वजनिक शौचालय का निर्माण और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के जरिए बदलाव की शुरूआत की जा चुकी है।
12 शहरों के लिए ‘सिटी हृदय योजना’ के कार्यान्वयन को मंजूरी
स्मार्ट सिटी अभियान के तहत दो लाख पांच हजार 18 करोड़ रुपए के 5000 से ज्यादा स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की शुरूआत की गयी । प्रधान मंत्री आवास योजना में शहरी क्षेत्रों में 65 लाख से ज्यादा मकानों के निर्माण को मंजूरी दी गयी है। अमृत योजना के तहत पानी, सीवरेज और सफाई के लिए 77 हजार 640 करोड़ रुपए की योजना का प्रावधान। नयी मेट्रो लाइन के जरिए शहरी यातायात का विस्तार करने, शहरी युवाओं का कौशल विकास कर ‘दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन’ के तहत रोजगारपक प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अलावा 12 शहरों के लिए ‘सिटी हृदय योजना’ के कार्यान्वयन को मंजूरी भी दी जा चुकी है।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें