उन बेटियों को सम्मानित किया जिन्होंने शिक्षा, खेल व सामाजिक बुराईयों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है | Dakhal village
जींद (एजेंसी)। जींद जिले के नरवाना से सटे ढ़ाकल गांव (Dakhal village) की ग्राम पंचायत ने बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें गांव की उन बेटियों को सम्मानित किया जिन्होंने शिक्षा, खेल व सामाजिक बुराईयों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्हें विशेष रूप से पंचायत प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सम्मानित किया गया।
गांव की सोनाली को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। उसने गांव में धान की पराली नहीं जलाने को लेकर रोल मॉडल का काम किया। इस बेटी के परिजनों ने जब धान की पराली जलाई तो स्वयं अपने परिवार के लोगों की शिकायत कर डाली। डीसी अमित खत्री ने बेटियों को सम्मान देने की ग्राम पंचायत की इस सोच की सराहना करते हुए कहा कि बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं है ।
इन्हें उपयुक्त माहौल उपलब्ध करवाने की जरूरत है 1 ग्राम पंचायतों को ढ़ाकल गांव से प्रेरणा लेनी चाहिए और ऐसे आयोजन करने चाहिए। खत्री ने बेटियों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि दंगल फिल्म में गीता व बबीता नामक फौगाट बहनों ने यह साबित कर दिया कि बेटियां भी बुलंदियों को छू सकती है, उनमें इच्छा शक्ति व दृढ़ संकल्प का होना जरूरी है।
खेलों में आज भविष्य संवारने की अपार सम्भावनाएं है। उन्होंने नरवाना के पहलवान मनजीत चहल का उदाहरण देते हुए कहा कि मंजीत चहल ने एशियन खेलों में गोल्ड मैडल जीता है। इस पर उपलब्धि पर उन्हें तीन करोड़ रुपए की राशि पुरस्कार के रूप में मिलेगी। युवा लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करे, निश्चित रूप से उन्हें सफलता मिलेगी।
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